
झाड़ग्राम: जंगलमहल में इंसानों और हाथियों के बीच संघर्ष अब गंभीर संकट बनता जा रहा है. लगातार हो रही घटनाओं में लोगों की जान जा रही है, खेत उजड़ रहे हैं और गांवों में डर का माहौल बना हुआ है. इस दर्दनाक स्थिति को लेकर अब जन संगठनों ने जनप्रतिनिधियों से सीधे दखल की मांग की है.
इसी क्रम में आज जंगलमहल स्वराज मोर्चा (JSM) के केंद्रीय अध्यक्ष अशोक महतो ने दो विधायकों — डॉ. खगेन्द्रनाथ महतो (गोपीबल्लभपुर) और बिरबाहा हांसदा (झाड़ग्राम) — को अलग-अलग पत्र सौंपे. इन पत्रों में मांग की गई है कि विधानसभा के आगामी सत्र में इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया जाए.
JSM का कहना है कि जंगलमहल की जनता वर्षों से इस संकट से जूझ रही है, लेकिन अब तक न तो कोई ठोस नीति बनी है और न ही लोगों की पीड़ा को गंभीरता से सुना गया है. मोर्चा ने इस बात पर जोर दिया कि यह सिर्फ वन्यजीव संरक्षण का नहीं, बल्कि ग्रामीणों के जीवन और आजीविका का भी सवाल है.
JSM को उम्मीद है कि जनप्रतिनिधियों के प्रयास से सरकार इस दिशा में संवेदनशील और स्थायी कदम उठाएगी. साथ ही ऐसा हल निकलेगा जिससे इंसानों और हाथियों — दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और गांवों में भय की जगह फिर से भरोसा लौटे.
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