
देवघर: देवघर साइबर पुलिस ने सारवां थाना क्षेत्र के करहिया जंगल में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग सहित आठ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी तकनीकी चालबाज़ियों से तीन अलग-अलग तरीकों में मासूम लोगों को ठगते थे.
छापेमारी अभियान में मिली सफलता
देवघर के पुलिस अधीक्षक सह डीआईजी अजीत पीटर डुंगडुंग को गुप्त सूचना मिली थी कि एक संगठित साइबर गिरोह जंगल क्षेत्र में सक्रिय है. सूचना मिलते ही साइबर थाना के इंस्पेक्टर सुकांत त्रिपाठी, दारोगा विशेश्वर कुमार और सारवां थानेदार कौशल कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया.
टीम ने पुरनी करहिया जंगल में छापेमारी कर आठ साइबर ठगों को पकड़ा. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 8 मोबाइल और 11 सिम कार्ड बरामद किए गए.
कौन हैं आरोपी?
गिरफ्तार आरोपियों में निम्नलिखित शामिल हैं:
अखिलेश यादव (कुसमा, सोनारायठाढ़ी)
असगर अंसारी
सगीर अंसारी
जफीर अंसारी
नसरुद्दीन अंसारी
अब्बास मियां (उपरोक्त पांचों नागादरी, बुढ़ियाबाद टोला, करौ)
शमशेर अंसारी (पिंडारी, सारठ)
एक नाबालिग (नाम गोपनीय)
तीन चरणों में करते थे ठगी
आरंभिक पूछताछ और मोबाइल डेटा की जांच से स्पष्ट हुआ कि यह गिरोह तीन प्रमुख तरीकों से लोगों को ठगता था:
- कस्टमर केयर बनकर फर्जी कॉल
ये लोग गूगल पर अपने नंबर को कस्टमर केयर के नाम से अपलोड कर देते थे. फिर खुद को फोन-पे या पेटीएम का अधिकारी बताते हुए कैशबैक या रिवॉर्ड के नाम पर फोन-पे गिफ्ट कार्ड की मदद से पैसे ठगते थे. - एयरटेल पेमेंट बैंक के नाम पर फरेब
ये आरोपी खुद को एयरटेल पेमेंट बैंक का प्रतिनिधि बताकर ग्राहकों को ‘एयरटेल थैंक्स एप’ डाउनलोड करने को कहते और फिर कार्ड बंद कर पुनः चालू करने के बहाने उनसे गोपनीय जानकारी लेकर ठगी करते थे. - सरकारी योजना के नाम पर जाल
पीएम किसान योजना और एसबीआई क्रेडिट कार्ड जैसी सरकारी व बैंकिंग सेवाओं के नाम पर फर्जी लिंक भेजते और जानकारी जुटाकर खातों से रकम निकाल लेते थे.
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