
रांची: भाजपा किसान मोर्चा के झारखंड प्रदेश संयोजक जय प्रकाश पांडेय ने राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार और अव्यवस्था पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने धनबाद में कथित रूप से चूहों द्वारा जब्त शराब पी जाने की घटना का हवाला देते हुए झारखंड सरकार पर करारा हमला बोला।
पांडेय ने तंज कसते हुए कहा कि झारखंड में अब चूहे शराब पी रहे हैं और सरकार केवल बैठकों व जांच आदेशों तक सीमित है। इस तरह की घटनाएं जनता की भावनाओं को झकझोर रही हैं और यह साफ़ संकेत है कि शासन-प्रशासन पूरी तरह विफल हो गया है।
जय प्रकाश पांडेय ने झारखंड की वर्तमान स्थिति की तुलना राज्य के गठन के समय से की। उन्होंने कहा कि जब झारखंड की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हुई थी, तब इसे भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में गिना जाता था। उस समय का बजट लाभकारी था, योजनाएं जनहितकारी थीं, और राज्य तेजी से विकास की ओर अग्रसर था।
आज, वही झारखंड — जो कोयला, लोहा, सोना, तांबा, अबरख, एल्यूमिनियम जैसे खनिजों से परिपूर्ण है — वहां की जनता गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन को विवश है। उद्योगों की भरमार के बावजूद लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
पांडेय ने मलेरिया विभाग की तरह शराब नियंत्रण तंत्र पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि अधिकारी दफ्तरों से बाहर निकलने को तैयार नहीं हैं। स्थानीय प्रशासन खबरों के प्रकाशित होने पर केवल फोटो खिंचवाने में सक्रियता दिखाता है, वास्तविक काम में नहीं।
पांडेय ने चेताया कि यदि राज्य में लूटतंत्र और भ्रष्टाचार पर शीघ्र अंकुश नहीं लगाया गया तो गरीबों का जीवन और कठिन हो जाएगा। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वह राज्य की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन करे और समय रहते निर्णय ले।
इसे भी पढ़ें :