गुवा: नोवामुंडी के बॉटम बिन (प्रोसेसिंग और लॉजिस्टिक्स) में टीएमएच-नोवामुंडी ने कंपनी और संविदा कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर जागरूकता सत्र आयोजित किया। इस साल का विषय था – “सेवा तक पहुँच: आपदाओं और आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य”।
सत्र में मानसिक स्वास्थ्य, चिंता, अवसाद, भय और आत्महत्या जैसी प्रवृत्तियों पर चर्चा हुई। विशेष रूप से कोविड-19 महामारी और उसके बाद मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों और निवारक उपायों पर भी जोर दिया गया।
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अस्पताल के स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और संविदा कर्मचारियों के लिए भी इसी विषय पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इसमें उन्हें मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और निवारक उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
दूसरी ओर, नोवामुंडी स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु मंदिर के 200 से अधिक छात्रों और शिक्षकों के लिए भी मानसिक स्वास्थ्य पर एक सत्र आयोजित किया गया। प्रश्नोत्तर सत्र में किशोरों में सामान्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे भय, तनाव और अवसाद पर चर्चा की गई। साथ ही परामर्श और निवारक उपायों के बारे में जानकारी दी गई। सत्रों का संचालन डॉ. ए.एस. चटर्जी, वरिष्ठ रजिस्ट्रार एवं प्रभारी चिकित्सक-ओएचएस, टीएमएच-नोवामुंडी ने किया।
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