
नई दिल्ली: कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर वृद्धि देखी जा रही है. केरल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और दिल्ली-एनसीआर में संक्रमण के नए केस मिलने के बाद केंद्र सरकार सतर्क हो गई है. इसके चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को मॉक ड्रिल और सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा के निर्देश दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सबसे ज्यादा केस केरल से सामने आ रहे हैं. यहां बीते एक सप्ताह में दर्जनों संक्रमितों की पुष्टि हुई है. स्थिति को गंभीर मानते हुए अस्पतालों में आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाएं और वेंटिलेटर की उपलब्धता को लेकर समीक्षा की जा रही है.
मुंबई, भोपाल और नोएडा जैसे प्रमुख शहरी क्षेत्रों में भी संदिग्ध लक्षणों वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. कई अस्पतालों में हल्की सर्दी-खांसी या बुखार वाले मरीजों को कोविड टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है.
राज्यों को केंद्र का निर्देश: मॉक ड्रिल अनिवार्य
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे 6 जून को मॉक ड्रिल आयोजित करें और यह सुनिश्चित करें कि:
कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संसाधन हों
स्टाफ प्रशिक्षित हो
जरूरी दवाओं और PPE किट का स्टॉक उपलब्ध हो
नई लहर की आशंका या सामान्य उतार-चढ़ाव?
विशेषज्ञों के अनुसार यह कोविड की नई लहर का संकेत हो सकता है, लेकिन फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है. ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण ही देखे गए हैं और अस्पतालों में भर्ती दर बेहद कम है.
संक्रमण से कैसे बचें?
भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें
हाथों की सफाई का ध्यान रखें
लक्षण होने पर जांच करवाएं
बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ख्याल रखें
हालांकि कोविड अब महामारी नहीं रहा, लेकिन चूकना खतरे से खाली नहीं. यदि राज्यों की सतर्कता और जनता की सजगता बनी रही, तो यह संभावित संक्रमण एक बड़ी चुनौती बनने से रोका जा सकता है.
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