
गम्हरिया: झारखंड में 22 वर्षों के अंतराल के बाद वर्ष 2026 में विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य किया जाएगा. इससे पूर्व ऐसा व्यापक पुनरीक्षण कार्य वर्ष 2003 में किया गया था. इस महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया की तैयारी हेतु गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय के सभागार में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इस प्रशिक्षण का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी अभय कुमार द्विवेदी ने किया. कार्यक्रम का संचालन राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर अर्जुन सिंह ने किया.
बीएलओ को मिले तकनीकी और प्रायोगिक दिशा-निर्देश
प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य था – बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्य के नवीनतम दिशा-निर्देशों, प्रक्रिया, और आवश्यक तकनीकी साधनों की जानकारी देना. प्रशिक्षण सत्र में प्रोजेक्टर के माध्यम से बीएलओ ऐप के सही उपयोग, विभिन्न प्रपत्रों की भराई, तथा मूल्यांकन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया.
कौन-कौन से दस्तावेज होंगे अनिवार्य?
अर्जुन सिंह ने फार्म 6 और फार्म 8 भरने में उपयोगी कुल 11 आवश्यक दस्तावेजों की सूची साझा की. साथ ही बताया कि यह विशेष गहन पुनरीक्षण अभी फिलहाल बिहार राज्य में प्रायोगिक रूप से चलाया जा रहा है.झारखंड में यह पुनरीक्षण अभी लागू नहीं हुआ है, परंतु तैयारी के स्तर पर इसे पूर्वाभ्यास के रूप में लिया जा रहा है.
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