
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा के मुक्ति धाम स्थित मां तारा काली मंदिर में आगामी 28 मार्च को चैत अमावस्या के अवसर पर मां तारा की 10 महाविद्या की पूजा का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा. इस अवसर पर मंदिर समिति ने पूरी तैयारी अंतिम चरण में पहुंचा दी है. पूजा की इस विशेष अनुष्ठान के साथ-साथ मंदिर की रंग-रोगन और विद्युत सज्जा का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है.
मुख्य आकर्षण और पूजा की विशेषताएं
मां तारा काली मंदिर कमिटी के अध्यक्ष टिक्की मुखी ने बताया कि इस बार पूजा का मुख्य आकर्षण मां तारा की 10 महाविद्या की पूजा, बगुला मुखी का हवन, घट स्थापना और 108 हवन का दीप जलाना रहेगा. साथ ही, महाभोग के प्रसाद के लिए लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद है. क्षेत्रीय जनता को भी मां तारा काली मंदिर के दर्शन का अवसर मिलेगा.

15 वर्षों से चली आ रही परंपरा
गौरतलब है कि पिछले 15 वर्षों से जादूगोड़ा मुक्ति धाम में मां तारा काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें यूसिल प्रबंधन का अहम योगदान और सहयोग रहता है. इस वर्ष भी प्रबंधन की ओर से सहयोग की उम्मीद जताई जा रही है.
मां तारा पीठ की स्थापना
अध्यक्ष टिक्की मुखी ने कहा कि इस बार, पश्चिम बंगाल के वीरभूम स्थित तारा पीठ में कमिटी के सदस्य नहीं पहुंच सके, इसलिए जादूगोड़ा मुक्ति धाम में ही मां तारा पीठ की स्थापना की गई है. उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन ने ली हुई है और वही स्थानीय सुविधाएं भी मुहैया कराती है.
कमिटी में ये लोग शामिल
इस पूजा आयोजन में जादूगोड़ा की मां तारा काली मंदिर कमिटी में कई सक्रिय सदस्य हैं, जिनमें अध्यक्ष टिक्की मुखी, लोलिन मुखी, अशोक सिंह, राजेश शर्मा, अमित सिंह, अनिल सिंह, मृणाल महतो, शंकर भक्त शामिल हैं.
आगामी 28 मार्च को होने वाली पूजा की जिम्मेदारी जादूगोड़ा के मुख्य पुजारी मजूमदार, गीनू राम सोरेन और गांधी कर्मकार (तांत्रिक पुजारी) को दी गई है.
इसे भी पढ़ें : Chaitra Navratri 2025: 9 दिन के बजाय 8 दिन मनाया जाएगा यह महापर्व, जानिए किस दिन कौन सा भोग लगाएं