
जमशेदपुर: जिले में संचालित विकास योजनाओं और बुनियादी सेवाओं के वास्तविक क्रियान्वयन का जायजा लेने के उद्देश्य से उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार सभी प्रखंडों व नगर निकायों के नोडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के पंचायतों व वार्डों का दौरा किया.
इन दौरों में उन्होंने सरकारी योजनाओं, संस्थागत सेवाओं एवं अधोसंरचना की वस्तुस्थिति को परखा और लाभार्थियों को मिलनेवाली सुविधाओं का मूल्यांकन किया.
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में वरिष्ठ अधिकारियों ने किया दौरा
इस विशेष अभियान के तहत –
उप विकास आयुक्त नागेन्द्र पासवान ने पूर्वी छोटा गोविंदपुर (जमशेदपुर सदर)
अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद ने जोड़सा (पटमदा)
एसओआर राहुल आनंद ने मौदाशोली (धालभूमगढ़)
डीसीएलआर गौतम कुमार ने ग्वालकाटा (पोटका)
जिला आपूर्ति पदाधिकारी सलमान जफर खिजरी ने खैरबनी (डुमरिया)
कार्यपालक दंडाधिकारी चंद्रजीत सिंह ने गोपालपुर (घाटशिला)
सुदीप्त राज ने गौरडीह (बोड़ाम)
नियोजन पदाधिकारी चेतन शर्मा ने गुड़ाबांदा पंचायत (गुड़ाबांदा)
जिला पंचायत राज पदाधिकारी रिंकू कुमारी ने जमशेदपुर अक्षेस
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गुंजन सिन्हा ने मानगो नगर निगम
जिला परिवहन पदाधिकारी धनंजय ने जुगसलाई नगर परिषद का दौरा किया.
भ्रमण के दौरान पंचायत भवन, स्वास्थ्य उपकेंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, मनरेगा योजनाएं और पीडीएस दुकानों की स्थिति की जांच की गई. इन क्षेत्रों में सेवाओं की पहुंच, गुणवत्ता और पारदर्शिता को परखा गया. कई जगहों पर सुधार की आवश्यकता पाई गई, जिस पर उपयुक्त निर्देश भी जारी किए गए.
उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि प्रखंड और निकाय स्तर के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों की जवाबदेही तय की जाए. निरीक्षण के क्रम में दिए गए निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करना आवश्यक है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत निरीक्षण का उद्देश्य केवल समस्याओं की पहचान नहीं, बल्कि सरकारी सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना है.
निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र और राशन दुकानों की विशेष रूप से समीक्षा की गई. उपायुक्त ने कहा कि यही वे संस्थाएं हैं जिनसे आम नागरिक सीधे तौर पर लाभान्वित होते हैं.
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