
झाड़ग्राम: हर वर्ष 15 जून को विश्व वरिष्ठ नागरिक दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इस दिवस का उद्देश्य समाज को वृद्धजनों के प्रति हो रहे अत्याचार, उपेक्षा और मानसिक-शारीरिक शोषण के विरुद्ध जागरूक करना है. झाड़ग्राम जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर घुटिया गांव (गोपीबल्लवपुर 2 ब्लॉक) में इसी विषय पर एक कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट बताती है कि 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हर छह में से एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के दुर्व्यवहार का शिकार होता है. यह स्थिति वैश्विक चिंता का विषय बन चुकी है, जिस पर समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
कार्यक्रम में बेलियाबेड़ा ब्लॉक की ‘अधिकार मित्र’ रीता दास दत्त ने वरिष्ठ नागरिकों को संबोधित करते हुए मुफ़्त कानूनी सहायता, सलाह, संरक्षण और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की विभिन्न सेवाओं की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोई भी वृद्ध नागरिक जरूरत पड़ने पर बिना किसी शुल्क के न्यायिक सहायता प्राप्त कर सकता है.
इस अवसर पर बेलियाबेड़ा थाना के सब-इंस्पेक्टर अनिर्बाण पड़ुआ ने ग्रामीणों को बाल विवाह, साइबर अपराध और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ सतर्क रहने की सलाह दी. उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि पुलिस प्रशासन हर परिस्थिति में आम नागरिकों के साथ है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सभी की भागीदारी जरूरी है.
यह आयोजन न केवल वृद्धजनों के प्रति सम्मान और दायित्व की भावना को ग्रामीणों में जाग्रत करता है, बल्कि कानूनी अधिकारों की जानकारी देकर उन्हें सक्षम भी बनाता है.
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