
मुंबई: केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे, कार्तिकेय चौहान और शूज कंपनी लिबर्टी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुपम बंसल की बेटी, अमानत बंसल, के विवाह ने राजस्थान के जोधपुर जिले के उम्मेद भवन पैलेस में एक शाही धूमधाम से जन्म लिया. गुरुवार रात, इस समारोह में दोनों ने सात फेरे लिए और जीवन भर साथ निभाने का संकल्प लिया.
बारात का ऐतिहासिक स्वागत
इस भव्य विवाह समारोह की शुरुआत हुई जब कार्तिकेय अपनी बारात लेकर रथ पर सवार होकर अमानत के पास पहुंचे. उनके साथ घोड़े, ऊंट और लवाजमे का शानदार जुलूस निकाला गया. इस बारात में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उनके परिवार सहित अनेक प्रमुख नेता और प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए.
वरमाला और सात फेरे: एक नई शुरुआत
केंट्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान ने जमकर डांस किया. बैंड की धुनों और ढोल की थाप पर यह जश्न और भी शानदार बना. कार्तिकेय और अमानत ने वरमाला की रस्म के बाद सात फेरे लिए, और इस विवाह समारोह की सभी रस्में मप्र से जोधपुर आए पंडितों द्वारा पूरी की गईं.
कार्तिकेय और अमानत को आठवें वचन के रूप में प्रकृति की सेवा का वचन दिलाया। आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती सुरक्षित रहे, इसलिए दोनों बच्चों ने अपने जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ सहित अन्य मंगल अवसरों पर पौधरोपण का संकल्प लिया है।
बच्चों, मानव जीवन अमूल्य है, ये लोक के कल्याण के लिए है।… pic.twitter.com/lqKzonX82s
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 7, 2025
पारिवारिक प्रेम और आशीर्वाद
शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन के एक दिन बाद, इस विवाह में उनके बेटे और बहू को रामचरित मानस भेंट दी गई, जिससे शिवराज भावुक हो गए. उन्होंने नए जीवन की शुरुआत करने से पहले अपने बेटे और बहू को उपदेश दिया, “जीना उसका जीना है, जो औरों के लिए जीए.”
विशिष्ट मेहमानों की उपस्थिति
इस विवाह समारोह में कई प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं, जिनमें राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, और अन्य राजनेता शामिल थे. उम्मेद भवन पैलेस, होटल आईटीसी वेलकम, होटल रेडिसन और अजीत भवन में अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की गई थी.
कार्तिकेय और अमानत ने जन्मदिन पर श्री
रामचरितमानस भेंटकर भावुक कर दिया। यह मेरे लिए अमूल्य उपहार है।श्री रामचरितमानस हमारे देश के जीवनमूल्य और संस्कृति के अनुरूप है। जो कहते है कि “परहित सरिस धर्म नहीं भाई”; मैंने जीवन में इसे ही उतारने का प्रयत्न किया है।
जब कार्तिकेय-अमानत… pic.twitter.com/dGrFtTVCy9
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 6, 2025
शाही संगीत और मेहंदी सेरेमनी
विवाह समारोह से पहले, संगीत और मेहंदी सेरेमनी भी आयोजित की गई, जिसमें पारंपरिक गीतों और आनंदपूर्ण नृत्य का आयोजन हुआ. इस दिन को यादगार बनाने के लिए विशेष तौर पर जोधपुरी साफा का इंतजाम किया गया, और बारातियों ने धूमधाम से नृत्य किया.
नवदंपति को आशीर्वाद
विवाह समारोह में जोधपुर के पूर्व नरेश गज सिंह ने नवदंपति को आशीर्वाद दिया और उनके जीवन को सुखमय और समृद्ध बनाने की कामना की.
यह विवाह समारोह एक अद्वितीय अनुभव बना, जो न सिर्फ पारिवारिक संबंधों की गहराई को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और शाही परंपराओं के संगम का प्रतीक भी है.
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