जादूगोड़ा: राखा कॉपर ताम्र खदान की आउटसोर्सिंग कंपनी साउथ वेस्ट माइनिंग लिमिटेड ने क्षेत्रवासियों के लिए मोबाइल हेल्थ केयर सेवा शुरू की। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के कार्यकारी निर्देशक सुंदर लाल सेठी ने हरि झंडी दिखाकर इस वैन को रवाना किया।
कार्यक्रम में सुंदर लाल सेठी ने बताया कि राखा खदान अगले डेढ़ साल में सालाना डेढ़ मिलियन टन तांबा का उत्पादन करेगी और बाद में इसकी क्षमता तीन मिलियन टन तक बढ़ाई जाएगी। उन्होंने खदान से जुड़े पूर्व कर्मचारियों के बकाया एरियर भुगतान और उनके परिवारों के नियोजन के सवालों पर भी जानकारी दी।
साउथ वेस्ट माइनिंग के प्रोजेक्ट हेड मलय दरिपा ने बताया कि मोबाइल वैन आसपास के सात गांवों — इंचड़ा, राखा कॉपर, माटीगोंडा, रुआंम सहित अन्य — में घूमकर मुफ्त स्वास्थ्य सेवा प्रदान करेगी। इसमें डॉक्टर की जांच और अन्य चिकित्सा सुविधाएं शामिल होंगी।
इस मौके पर हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के श्याम सुंदर सेठी, दीपक श्रीवास्तव (प्रोजेक्ट जीएम), कमलेश कुमार (एचआर), साकेत सिन्हा (मैकेनिकल) और एन. एस. झागड़े मौजूद रहे। आउटसोर्सिंग कंपनी की ओर से मलय दरिपा (प्रोजेक्ट हेड), अभिराम (जीएम पीआर), संजय कुमार (डीजीएम), अभय कुमार पांडे (सीनियर मैनेजर एचआर), अभिषेक सिंह और कुमार केशव शामिल हुए। पंचायत प्रतिनिधियों में मुखिया बॉबी मार्डी, ग्राम प्रधान चित्ररंजन महतो और जगदीश गोप भी उपस्थित थे।
हालांकि खदान के खुलने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, लेकिन पूर्व कर्मचारियों के लंबित एरियर भुगतान और उनके परिवारों के नियोजन जैसे मुद्दे कंपनी के लिए अभी भी चुनौती बने रहेंगे। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कंपनी इन विवादों को कैसे सुलझाती है और अपने उत्पादन लक्ष्य को कैसे हासिल करती है।