
पोटका: पोटका प्रखंड के चांदपुर पंचायत स्थित रांगामटिया गांव के 35 वर्षीय स्वपन पात्र, जो एक होनहार शिक्षक थे और प्राइवेट स्कूल में पढ़ा कर तथा घर पर ट्यूशन पढ़ाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे, अचानक कैंसर से ग्रसित हो गए. इस बीमारी ने ना केवल स्वपन के जीवन को संकट में डाला, बल्कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति भी डगमगा गई. घर के एकमात्र जीविकापार्जक के बीमार होने से परिवार पर और भी अधिक दबाव आ गया.
इलाज में हो रही थी दिक्कतें
स्वपन पात्र का इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल में चल रहा था, लेकिन पैसों की कमी के कारण इलाज में रुकावटें आ रही थीं. परिवार के लिए इतने बड़े इलाज की लागत वहन करना असंभव हो रहा था. ऐसे में उनके चचेरे दादा सुकुमार पात्र ने जिम्मेदारी उठाई और परिवार की मदद के लिए आगे आए.
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना से मदद
सुकुमार पात्र ने पूर्व जिला पार्षद करुणा मय मंडल से संपर्क किया और पूरे मामले से उन्हें अवगत कराया. इसके बाद करुणा मय मंडल ने “मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना” के तहत स्वपन पात्र के इलाज के लिए पूरा सहयोग प्रदान किया. उन्होंने समुचित प्रयास किए और इलाज के लिए आवश्यक राशि की स्वीकृति प्राप्त करवाई.
इलाज के लिए स्वीकृत राशि और आगे की प्रक्रिया
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत स्वपन पात्र के इलाज के लिए 2,44,815 रुपये की राशि स्वीकृत की गई. मेहरवाइ टाटा मेन हॉस्पिटल द्वारा दिए गए प्राक्कलन को स्वीकृति मिल गई है, जिससे अब इलाज में कोई रुकावट नहीं आएगी और समुचित उपचार संभव हो सकेगा.
परिवार में खुशी की लहर
स्वपन पात्र की दो छोटी बच्चियाँ हैं, एक सात साल की और दूसरी डेढ़ साल की. इलाज के लिए कोष की स्वीकृति मिलने के बाद उनके परिवार में एक नयी उम्मीद और खुशी की लहर है. इस संकट की घड़ी में करुणा मय मंडल के सहयोग के लिए परिवार और सुकुमार पात्र ने उनकी सराहना की.
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