
मुरी/रांची: सक्षम प्राधिकारी और रेलवे बोर्ड के निर्देशों के तहत आरपीएफ पोस्ट मुरी द्वारा ऑपरेशन आहत के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. मुरी रेलवे स्टेशन पर रविवार को हुए विशेष चेकिंग अभियान के दौरान दो मानव तस्करों को गिरफ्तार कर छह नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया.
यह संयुक्त कार्रवाई निरीक्षक संजीव कुमार के नेतृत्व में सीआईबी यूनिट रांची, डीआई रांची और आरपीएफ स्टाफ की सहभागिता से संपन्न हुई.
स्टेशन पर संदिग्ध गतिविधियों ने खींचा ध्यान
प्लेटफार्म संख्या 01 पर जांच के दौरान दो युवक छह नाबालिग लड़कियों के साथ संदिग्ध अवस्था में मिले. पूछताछ में लड़कियाँ अपने गंतव्य के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकीं. युवकों ने अपने नाम बिरेन्द्र बेदिया (26 वर्ष) और जितेन्द्र बेदिया (24 वर्ष), ग्राम डिमरा, थाना सिकिदिरी, जिला रांची बताया.
उन्होंने स्वीकार किया कि वे इन लड़कियों को रोजगार दिलाने के बहाने आंध्र प्रदेश (एलुरु/विजयवाड़ा) ले जा रहे थे.
झूठे वादों का जाल और मासूम सपनों की तस्करी
लड़कियों ने बताया कि उन्हें ₹10,000–₹12,000 मासिक वेतन, भोजन और आवास का लालच देकर फुसलाया गया. जांच में सभी लड़कियाँ नाबालिग पाई गईं, जिसकी पुष्टि उनके आधार कार्ड से हुई. पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपित बिरेन्द्र की बहन संगीता कुमारी के कहने पर यह तस्करी की जा रही थी.
आरोपियों से बरामद हुए संदिग्ध दस्तावेज और नकदी
मौके से कुल 07 आधार कार्ड, 04 रेलवे टिकट, 01 पैन कार्ड, 02 मोबाइल फोन और ₹22,300 नकद बरामद किए गए. आरोपियों के पास से कोई वैध अनुमति या दस्तावेज नहीं मिला.
GRP मुरी ने दर्ज की FIR, शुरू हुई कानूनी प्रक्रिया
गिरफ्तार दोनों आरोपियों को GRP मुरी के सुपुर्द कर दिया गया. इस मामले में जीआरपी मुरी कांड संख्या 05/25, दिनांक 13.07.2025, अंतर्गत धारा 137(2)/143(3)/143(4)/143(5)/144 BNS के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है.
किसकी रही सराहनीय भूमिका?
इस अभियान को सफल बनाने में निम्नलिखित अधिकारियों और कर्मियों की विशेष भूमिका रही:
निरीक्षक संजीव कुमार
उपनिरीक्षक पवन कुमार, बसंता मलिक, रविशंकर
आरक्षी मनतु कुमार जायसवाल
महिला कांस्टेबल कृपाबाई यादव, शशि कुमारी
निरीक्षक लाल बहादुर, संदीप कुमार गुप्ता
कांस्टेबल अरविंद कुमार यादव
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