
गुवा : केन्द्रीय विद्यालय, मेघातुबुरू में जारी विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं गणित (STEM) सप्ताह के तहत छात्रों को वैदिक गणित से परिचित कराया गया. इस अवसर पर विद्यार्थियों ने प्राचीन भारतीय गणना पद्धतियों का न सिर्फ अनुभव किया, बल्कि उन्हें आधुनिक गणितीय समस्याओं को हल करने के उपयोगी तरीकों के रूप में भी जाना.
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को गुणा, भाग, वर्गमूल एवं समीकरण हल करने के वैदिक सूत्रों का अभ्यास कराया गया. इसका उद्देश्य छात्रों की गणना क्षमता को तेज, सटीक और तार्किक बनाना रहा. इस पहल ने बच्चों में न केवल गणित के प्रति रुचि बढ़ाई, बल्कि भारतीय ज्ञान परंपरा से भी उनका जुड़ाव मजबूत किया.
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. आशीष जयसवाल ने कहा, “वैदिक गणित भारतीय सांस्कृतिक धरोहर है, जो आज के प्रतिस्पर्धी युग में छात्रों को तेज सोच और सटीक उत्तर देने में सक्षम बनाता है.”
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की भावना के अनुरूप तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच को बढ़ावा देने में सहायक रहा. शिक्षक वर्ग ने इसके आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई और छात्रों के बीच विषय को सरल एवं रोचक बनाने का सफल प्रयास किया.
इस आयोजन के दौरान विद्यालय परिसर में विशेष उत्साह और जिज्ञासा का माहौल देखने को मिला. विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वैदिक गणित ने उन्हें गणित को एक बोझ नहीं, बल्कि एक चुनौती के रूप में देखना सिखाया.
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