
गुवा: झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के तत्वावधान में शुक्रवार देर शाम यूनियन कार्यालय, गुवा में एक विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद अध्यक्ष सह झामुमो महिला मोर्चा पश्चिमी सिंहभूम की जिलाध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन उपस्थित थीं। उनके साथ झामुमो जिला समिति सदस्य रिमू बहादुर, मोहम्मद तबारक तथा नोवामुंडी प्रखंड अध्यक्ष दुर्गा देवगम भी शामिल हुए।
बैठक का प्रमुख फोकस गुवा बाजार क्षेत्र के विस्थापितों को न्याय दिलाने और सेल (SAIL) की ओर से हो रहे सर्वेक्षण की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने पर था। वक्ताओं ने मांग की कि जिनका वाकई में घर उजड़ रहा है, उन्हें पहले पुनर्वास प्रदान किया जाए, फिर विस्थापन की प्रक्रिया अपनाई जाए।
बैठक में यह भी जोर दिया गया कि सेल प्रबंधन में बहाली प्रक्रिया में स्थानीय युवाओं को वरीयता दी जानी चाहिए। वक्ताओं ने बताया कि खदान क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा को लेकर भी कई अनदेखियाँ हो रही हैं। इसलिए सुरक्षा मानकों का कठोरता से पालन जरूरी है।
बैठक के दौरान यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडे को छह महीने के लिए जिले से बाहर किए जाने के निर्णय की भी कड़ी आलोचना की गई। उपस्थित सदस्यों ने इसे मजदूरों की आवाज़ को कुचलने का षड्यंत्र बताया और निष्पक्ष जांच की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि रामा पांडे हमेशा मजदूरों की बात मजबूती से उठाते रहे हैं, और ऐसे निर्णय केवल जनआंदोलन को कमजोर करने की कोशिश है।
बैठक के अंतिम चरण में यूनियन ने संगठन को सशक्त करने की दिशा में दो महत्वपूर्ण नियुक्तियां कीं। पदमा केसरी और प्रशांत चाम्पिया को संगठन सचिव के रूप में मनोनीत किया गया।
बैठक में यूनियन के महामंत्री अंतर महाकुड़, इम्तियाज अंसारी, संजय सांडिल, राजेश यादव, जोर्ज तिर्की, किशोर सिंह, महिला उपाध्यक्ष चंद्रिका खंडायत, आरती होरो समेत किरीबुरू, चिड़िया और आस-पास के क्षेत्रों के अनेक ठेका मजदूर, यूनियन पदाधिकारी और ग्रामीण मौजूद रहे।
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