रांची: झारखंड CID ने सहारा समूह से जुड़े 400 करोड़ रुपये के एक बड़े घोटाले में पहली बड़ी गिरफ्तारी करते हुए सहारा के पूर्व जोनल मैनेजर संजीव कुमार को पकड़ लिया है। आरोपी को रविवार देर रात बिहार के बाढ़ (पटना) के चोंदी मोहल्ले से छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया। उसे सोमवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह मामला नवंबर 2024 से दर्ज है। 30 नवंबर को रांची स्थित सीआईडी थाना में इस फर्जीवाड़े को लेकर केस नंबर 11/2024 दर्ज किया गया था, जिसमें सहारा समूह के दिवंगत प्रमुख सुब्रत रॉय, उनकी पत्नी स्वप्ना रॉय, भाई जयब्रत रॉय, बेटे सीमांतो और सुशांतो रॉय समेत कुल 9 लोगों को आरोपी बनाया गया था। केस में सहारा समूह की कई कंपनियों के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें निवेशकों से धोखाधड़ी कर अवैध रूप से पैसा वसूलने और गबन करने का दोषी माना गया है।
इस बीच, जांच में सामने आया है कि सुब्रत रॉय की पत्नी और दोनों बेटे निवेश आधारित नागरिकता लेकर अब मैसेडोनिया में रह रहे हैं। चूंकि भारत और मैसेडोनिया के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं है, इसलिए तीनों गिरफ्तारी से अब तक बचे हुए हैं।
CID सूत्रों के अनुसार संजीव कुमार की गिरफ्तारी से इस मामले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं और अन्य आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है।
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