
बहरागोड़ा: शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर बहरागोड़ा प्रखंड के गुहियापाल गांव के समीप अवैध बालू भंडारण को लेकर अंचल अधिकारी राजाराम सिंह मुंडा एवं थाना प्रभारी शंकर प्रसाद कुशवाहा के संयुक्त नेतृत्व में छापेमारी की गई. कार्रवाई के दौरान लगभग 1600 सेफ्टी बालू जब्त किए गए.
छापेमारी के बाद बहरागोड़ा थाना में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन बालू तस्करी की जड़ तक पहुँचने के लिए प्रयासरत है.
कैसे चल रहा है बालू का अवैध धंधा?
मिली जानकारी के अनुसार, क्षेत्रीय बालू माफिया सुवर्णरेखा नदी घाट से अवैध रूप से बालू निकाल कर उसे सरकारी ज़मीन पर जमा करते हैं. रात के अंधेरे में यह बालू बड़े वाहनों में लादकर जमशेदपुर और पश्चिम बंगाल तक भेजा जाता है. बदले में वाहन चालकों और माफियाओं के बीच मोटी रकम का लेन-देन होता है.
प्रशासनिक निगरानी के बावजूद जारी है धंधा
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बालू लदे वाहनों को प्रशासनिक निगरानी के बीच सुरक्षित रूप से नेशनल हाईवे तक पहुँचाया जाता है. इसके बाद उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया जाता है. यह पूरा नेटवर्क बेहद सुनियोजित और संगठित ढंग से संचालित हो रहा है.
एनजीटी की रोक के बाद भी नहीं थमा कारोबार
यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है जब राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) द्वारा बालू उत्खनन पर सख्त रोक लगाई गई है. इसके बावजूद बालू माफिया प्रशासन और कानून की आँखों में धूल झोंकते हुए धड़ल्ले से अवैध कारोबार में संलिप्त हैं और मोटी कमाई कर रहे हैं.
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