
पांच बैंको से पत्नी के नाम पर ले रखा था लोन, एमजीएम थाना क्षेत्र के रुपाईडांगा की घटना
जमशेदपुर : एमजीएम थाना क्षेत्र के रुपाईडांगा (अवध डेंटल कॉलेज के समीप) रहने वाले राम लोहार नामक युवक ने बृहस्पतिवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया. घटना के समय पत्नी एवं बच्चे घर के बाहर बैठे थे. उसी दौरान मौका देखकर राम लोहार गले में गमछा बांधकर लकड़ी के कुंडी से झूल गया. दोपहर 12.30 बजे उसकी पत्नी जब कमरे में गई तो पति को फंदे से लटका देखा. चिल्लाने के बाद अगल-बगल के लोग जुटे तथा शव को फंदे से उतारकर एमजीएम अस्पताल ले गए. अस्पताल में चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार राम लोहार मजदूरी (चूना पुताई) का काम करता था. उससे जो आय होती थी. उससे घर परिवार चलाता था. आर्थिक तंगी होने के कारण उसने पत्नी के नाम पर अलग-अलग बैकों से लोन ले रखा था. समय पर लोन की किस्त जमा नहीं करने के कारण कलेक्शन एजेंट से उसकी अक्सर बहश होती थी. बताया जाता है कि 29 जनवरी की रात को भी कई बैंकों के कलेक्शन एजेंट उसके घर पर आए थे तथा किस्त को लेकर उससे बहश हुई थी. उक्त घटना के बाद राम लोहार काफी तनाव में था. बृहस्पतिवार को वह अपने काम पर नहीं गया. इसी दौरान मौका देखकर वर फंदे से लटक गया.
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गर्भवती पत्नी का रो-रोकर बूरा हाल
राम लोहार की शादी सोनिया कर्मकार के साथ हुई थी. जिससे उसके दो बच्चे हैं. शादी के कुछ माह के बाद माता-पिता से अलग होकर वह रूपाईडांगा में ही भाड़े के घर में रहने लगा. वर्तमान में उसकी पत्नी गर्भवती है. घटना के बाद उसकी पत्नी का रो रोकर बूरा हाल है. वहीं उसके माता-पिता भी सदमें में हैं. दूसरी ओर राम लोहार के पिता विश्वनाथ लोहार ने एमजीएम थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है. जिसमें लोन देने वाले बैंक के कलेक्शन एजेंट द्वारा परेशान किए जाने की बात कही गई है. पुलिस शिकायत के आधार पर छानबीन कर रही है. इससे पहले राम लोहार का शव एमजीएम अस्पताल से जब्त कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया.
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