
बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड के पारुलिया पंचायत भवन परिसर में मंगलवार को पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का नेतृत्व आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं, सहायिकाओं और पोषण सखियों ने मिलकर किया. कार्यक्रम की शुरुआत पंचायत की मुखिया सुपर्णा सिंह ने दीप प्रज्वलित कर की.
पहले 1000 दिन: पोषण का सबसे संवेदनशील समय
कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी साझा की गई कि एक बच्चे के गर्भधारण से लेकर दो वर्ष की आयु तक के 1000 दिन उसके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण होते हैं. इस अवधि में शरीर और मस्तिष्क अद्भुत गति से विकसित होते हैं. यही वह समय होता है जब सही पोषण, देखभाल, स्नेह और शुरुआती शिक्षा भविष्य की नींव रखती है.
जागरूकता के साथ सहभागिता भी
पोषण पखवाड़ा में उपस्थित लोगों को शुरुआती पोषण की आवश्यकता, बच्चों की मानसिक परिपक्वता और मातृ-शिशु स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियों से अवगत कराया गया. इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि सुधीर सिंह के साथ-साथ कई आंगनबाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं मौजूद थीं.
कार्यक्रम में रही इनकी उपस्थिति
कार्यक्रम में सेविका जोसना दास, मीरा दे, कमला मुण्डा, पुष्पा दे, रेबती नायक, सुनीता सिंह, शर्मिष्ठा दास, झरना दास और सहायिका लूलू सिंह, अलका दास समेत अन्य सहयोगी उपस्थित रहीं. सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया और लोगों में पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया.
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