बोकारो: झारखंड भाजपा ने बोकारो विधायक श्वेता सिंह पर फर्जी सरकारी दस्तावेजों के इस्तेमाल का गंभीर आरोप लगाते हुए राज्यपाल, चुनाव आयोग और जिला निर्वाची पदाधिकारी से जांच की मांग की है। पार्टी नेताओं का दावा है कि विधायक द्वारा चुनावी शपथ पत्र में तथ्यों को छुपाया गया है।
दो पैन, चार वोटर आईडी और ‘नो ड्यूज’ प्रमाण पत्र गायब
भाजपा का आरोप है कि विधायक श्वेता सिंह के पास दो पैन कार्ड और चार वोटर आईडी हैं। इसके अलावा, बीएसएल द्वारा एचएससीएल पुल के माध्यम से आवंटित आवास से संबंधित “नो ड्यूज” प्रमाण पत्र भी उन्होंने चुनाव आयोग को नहीं सौंपा, जबकि यह अनिवार्य दस्तावेज है।
मांग पत्र में उल्लेख किया गया है कि सरकारी दस्तावेजों में उनके दो पिता, दो नाम, दो पति (संग्राम सिंह और डॉ. संग्राम सिंह) और तीन अलग-अलग उम्र (39, 41 व 43 वर्ष) दर्ज हैं।
सीपी सिंह और आदित्य साहू ने राज्यपाल से की मुलाकात
भाजपा के वरिष्ठ विधायक सीपी सिंह के नेतृत्व में पार्टी के राज्यसभा सांसद व प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद और पूर्व विधायक विरंची नारायण ने राजभवन जाकर राज्यपाल संतोष गंगवार को मांग पत्र सौंपा। यह पत्र भाजपा नेता नारायण द्वारा तैयार किया गया था, जिसमें सभी तथ्यों का विस्तृत विवरण दिया गया है।
कानून सबके लिए समान: भाजपा
मीडिया से बातचीत में सीपी सिंह और विरंची नारायण ने कहा कि यह मामला पूरी तरह से फर्जीवाड़े से जुड़ा है और चुनाव आयोग को दी गई जानकारी असत्य है। उन्होंने कहा कि जैसे समाजवादी पार्टी नेता आज़म खान के बेटे अब्दुल्ला की विधायकी फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में समाप्त हुई, वैसे ही यहां भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि कानून सबके लिए समान है और इसी सिद्धांत पर राज्यपाल, चुनाव आयोग व अन्य एजेंसियों से न्यायिक जांच की मांग की जा रही है।
डीसी से भी की जांच की मांग
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने बोकारो की उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी को भी पत्र भेजकर पूरे मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है। पार्टी का कहना है कि यह सिर्फ दस्तावेजी गड़बड़ी नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ गंभीर धोखा है।
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