
चाईबासा: चाईबासा में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुरक्षा बलों ने टोंटो थाना क्षेत्र के बबाईबासा गोबरु के जंगली पहाड़ी इलाकों में नक्सलियों के एक डंप कैंप का पता लगाया और उसे ध्वस्त कर दिया. इस डंप कैंप से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिसे सुरक्षा कारणों के तहत बम निरोधक दस्ते की मदद से नष्ट कर दिया गया.
नक्सलियों के इस कैंप से निम्नलिखित सामग्री बरामद की गई है:
• जिलेटिन छड़ – 16 नग
• डेटोनेटर – 02 नग
• फ्यूज – 01 नग
• अर्ध तरल विस्फोटक – 05 किलोग्राम
• कॉडेक्स के साथ केन IED – 03 नग (प्रत्येक 03 किलोग्राम)
• लोहे के छड़ – 41 नग
• पाइप – 02 नग
• तार – 80 मीटर
• बैटरी – 02 नग
• अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री
इस अभियान में पुलिस और सुरक्षा बलों का समर्पण और कड़ी मेहनत देखने को मिली. अभियान दल में चाईबासा जिला पुलिस के अलावा सीआरपीएफ 193 BN की टीम शामिल थी.
माओवादियों की उपस्थिति और बढ़ता खतरा
गौरतलब है कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के प्रमुख नेता जैसे मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल और अन्य सदस्य सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों के लिए सक्रिय हैं. इनकी गतिविधियों पर नज़र रखने और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन्स चलाए जा रहे हैं.
नक्सल विरोधी अभियान का इतिहास
वर्ष 2022 से सुरक्षा बलों द्वारा चाईबासा के विभिन्न क्षेत्रों में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन्स लगातार चलाए जा रहे हैं. इनमें ग्राम कुईड़ा, छोटा कुईड़ा, मारादिरी, मेरालगडा, हाथीबुरू, तिलायबेड़ा जैसे इलाकों में विशेष रूप से ऑपरेशन्स किए गए हैं. इस अभियान में पुलिस, कोबरा 203 BN, 209 BN, झारखंड जगुआर, और सीआरपीएफ के विभिन्न बटालियनों की टीमों ने मिलकर नक्सलियों के खिलाफ जंग जारी रखी है.
इस सफलता से सुरक्षा बलों के मनोबल को और बल मिला है और नक्सलियों के खिलाफ इस अभियान को और तेज किया जाएगा.
सुरक्षा बलों का यह नक्सल विरोधी अभियान लगातार जारी रहेगा और क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जाएगी.
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