
पश्चिम सिंहभूम: डीएवी गुवा की पूर्व प्राचार्या उषा राय पर गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा नेता एवं पूर्व जिला अध्यक्ष गोविंद पाठक ने कहा कि उनके असंतोषजनक कार्यशैली के चलते विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई है. उन्होंने दावा किया कि प्राचार्या रहते हुए उन्होंने कई अनियमित गतिविधियों को बढ़ावा दिया.
सी-थार्न दवा नेटवर्किंग में नाम आया सामने
गोविंद पाठक ने आरोप लगाया कि प्राचार्या उषा राय ने अपने कार्यकाल के दौरान विद्यालय में सी-थार्न नामक दवा की नेटवर्किंग को प्रोत्साहित किया. इस नेटवर्किंग में एक अंग्रेजी शिक्षिका तथा उसकी माता की संलिप्तता रही. स्कूल को व्यापारिक मंच के रूप में उपयोग करने की यह प्रक्रिया सेवा निवृत्ति तक जारी रही.
सेवानिवृत्ति के बाद भी नियुक्तियों में सक्रियता?
पाठक ने यह भी खुलासा किया कि 30 मार्च को सेवा निवृत्त होने के बावजूद उषा राय 4 अप्रैल को डीएवी के जमशेदपुर कार्यालय में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति के लिए प्रयासरत दिखीं. इस बात की पुष्टि कई शिक्षकों ने की है, जिन्होंने उन्हें कार्यालय में बिना बुलावे के सात घंटे तक लगातार बैठे हुए देखा.
आर्थिक लाभ के उद्देश्य से नियुक्ति की कोशिश का आरोप
पूर्व जिलाध्यक्ष ने यह स्पष्ट रूप से कहा कि यह संपूर्ण घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि सेवा निवृत्त होने के बाद भी पूर्व प्राचार्या आर्थिक लाभ के उद्देश्य से शिक्षकों की नियुक्ति कराने की कोशिशों में लगी हुई हैं. उन्होंने इस व्यवहार को नैतिक और प्रशासनिक दृष्टि से अनुचित बताया.
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