
नई दिल्ली: देशभर में लगातार बारिश और बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अधिकतर नदियां उफान पर हैं और बांधों से छोड़ा जा रहा पानी हालात को और बिगाड़ रहा है। हिमाचल प्रदेश में तीन मणिमहेश श्रद्धालुओं समेत आठ लोगों की मौत हुई, जबकि 524 श्रद्धालुओं को सुरक्षित चंबा लाया गया।
गुजरात में हाइड्रो पावर प्लांट में नदी का पानी घुस जाने से पांच मजदूर डूब गए। राजस्थान के अजमेर में बोराज बांध का हिस्सा टूटने से शहर में पानी भर गया। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में नदियों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन के कारण कई राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हैं।
पंजाब और हरियाणा में बाढ़ की स्थिति
पंजाब में बारिश थमने से कुछ राहत जरूर मिली, लेकिन सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के उफान से फजिल्का और गुरदासपुर जैसे जिलों में हालात गंभीर बने हुए हैं। लुधियाना में सतलुज के तेज बहाव से तटबंध को खतरा है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें राहत-बचाव में लगी हुई हैं।
अब तक राज्य में 45 लोगों की जान गई है और 1,655 गांवों के चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। 20 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, जबकि करीब 1.71 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है।
हरियाणा में घग्गर और मारकंडा नदियां खतरा बनी हुई हैं। सिरसा, फतेहाबाद और कैथल में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बहादुरगढ़ में सेना को राहत कार्य में लगाया गया है। तीन हजार से अधिक लोग घरों में कैद हैं। शुक्रवार को जलभराव और हादसों में तीन और लोगों की मौत हुई।
जम्मू-कश्मीर: चौथे दिन भी हाईवे बंद
भूस्खलन और पत्थर गिरने से जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग चौथे दिन भी बंद रहा। सिंथन रोड और कई अन्य रास्ते भी बाधित हैं। मुगल रोड पर यातायात शुरू कर दिया गया है। सुरक्षा कारणों से माता वैष्णो देवी यात्रा 11वें दिन भी स्थगित रही। घाटी में स्कूल तीसरे दिन भी बंद रहे। मौसम विभाग ने अगले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
राष्ट्रपति का संदेश
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मानसून के दौरान आई इस प्राकृतिक आपदा पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि पूरा राष्ट्र बाढ़ प्रभावितों के साथ खड़ा है और हम सब मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे। उन्होंने राहत-बचाव कार्यों में जुटी टीमों की भी सराहना की।
झारखंड: खदान में गिरी वैन
धनबाद में शुक्रवार को भूस्खलन के कारण एक वैन खुली खदान में गिर गई। वैन में चार लोग सवार थे और वाहन करीब 150 फीट नीचे पानी में जा गिरा। जिला प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और स्थानीय गोताखोरों को लगाया गया है।
इसे भी पढ़ें : Chandra Grahan 2025: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कल, जानिए आपकी राशि पर कैसा रहेगा प्रभाव