
नई दिल्ली: साउथ सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के पिता और चर्चित फिल्म निर्माता अल्लू अरविंद पर बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनसे करीब 3 घंटे तक पूछताछ की है. यह मामला 101 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय गड़बड़ी और अवैध पैसों के लेन-देन से जुड़ा है.
कानून का पालन करूंगा, मीडिया कुछ बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रही: अरविंद
पूछताछ के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में अल्लू अरविंद ने कहा, “मैं कानून का सम्मान करता हूं और ईडी की जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं. कुछ मीडिया संस्थान मामले को सनसनीखेज बना रहे हैं. जांच जारी है, इसलिए मैं फिलहाल अधिक कुछ नहीं कह सकता.”
कहां से शुरू हुआ यह विवाद?
यह विवाद रामकृष्ण इलेक्ट्रॉनिक्स और रामकृष्ण टेलीट्रॉनिक्स (RTPL) नामक कंपनियों से जुड़ा है. इन कंपनियों पर बैंक से लिए गए कर्ज के दुरुपयोग और फर्जीवाड़े के जरिये संपत्तियों की खरीद का आरोप है. इस केस की शुरुआत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (पूर्व में आंध्रा बैंक) की शिकायत से हुई. उसी के आधार पर CBI ने बेंगलुरु में मामला दर्ज किया, जिसे अब ईडी गहराई से जांच रही है.
कहां-कहां हुई तलाशी?
‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद, कुरनूल और गाजियाबाद में ईडी ने व्यापक तलाशी अभियान चलाया. इन छापों में कई संवेदनशील दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और अंतरराष्ट्रीय लेन-देन के रिकॉर्ड जब्त किए गए.
क्या मिला ईडी को?
ईडी ने अब तक की कार्रवाई में— लगभग 1.45 करोड़ रुपये के बैंक खाते फ्रीज किए हैं.
डिजिटल उपकरण और विदेशी निवेश से संबंधित दस्तावेज जब्त किए हैं.
कंपनियों द्वारा फंड डायवर्जन और संपत्ति निर्माण की पूरी श्रृंखला की जांच शुरू कर दी है.
फिल्मी दुनिया में हड़कंप
फिल्म उद्योग से जुड़े इतने बड़े नाम का मनी लॉन्ड्रिंग केस में आना हर किसी को चौंका रहा है. अल्लू अरविंद न केवल अल्लू अर्जुन के पिता हैं, बल्कि तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के प्रभावशाली निर्माताओं में से एक भी हैं.
फिलहाल जांच जारी है और ईडी इस मामले से जुड़े सभी वित्तीय लेन-देन, साझेदार और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की तैयारी कर रही है. संभावना है कि अगले चरण में और बड़े नाम भी इस प्रकरण में सामने आ सकते हैं.
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