
जमशेदपुर: गिरीश चुनाचूर में कार्यरत राजू मंडल की मौत पर हंगामा और विरोध प्रदर्शन हुआ. राजू मंडल विगत 12 वर्षों से कंपनी में काम कर रहे थे. उनकी तबियत खराब होने पर इलाज के लिए टीएमएच ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई. इस घटना के बाद आजसू कार्यकर्ताओं ने कंपनी अधिकारियों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने वार्ता से इनकार कर दिया.
त्रिपक्षीय वार्ता के बाद समाधान
इस पर आजसू पार्टी के जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह, प्रवक्ता अप्पू तिवारी और सनातन उत्सव समिति के संस्थापक अध्यक्ष चिंटू सिंह के नेतृत्व में गोलमुरी थाना प्रभारी राजन सिंह के समक्ष त्रिपक्षीय वार्ता की गई. इस वार्ता में मृतक राजू मंडल के परिवार को 16 हजार रुपये मासिक पगार, दोनों बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्चा और क्रिया कर्म के लिए 1 लाख रुपये नगद देने का समझौता हुआ. यह राशि मृतक की पत्नी शांति देवी के बैंक खाते में जमा कर दी गई.
आजसू पार्टी का समर्थन
आजसू जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि राजू मंडल मेरे पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता था और हम पूरी तरह से मृतक के परिवार के साथ खड़े हैं. गिरीश चुना चूर के मालिक द्वारा परिवार की सभी शर्तों को मानने के बाद आजसू पार्टी का मानना है कि मानवता के नाते यह समाधान उचित है. कन्हैया सिंह ने यह भी कहा कि यदि भविष्य में परिवार के साथ कोई समस्या उत्पन्न होती है, तो आजसू पार्टी फिर से आंदोलन करेगी.
मूल रूप से बिहार के मधुबनी के रहने वाले थे राजू मंडल
गौरतलब है कि राजू मंडल मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के निवासी थे. वे गिरीश चुना चूर कंपनी में कारीगर के तौर पर कार्य करते थे. उनकी मृत्यु के बाद परिवार को जो सहायता प्रदान की गई, वह उन्हें मानसिक और आर्थिक सहारा देने वाली है.
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