
जमशेदपुर: जनसमस्याओं के त्वरित और पारदर्शी समाधान के उद्देश्य से जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल ने समाहरणालय स्थित कार्यालय में जनता दरबार का आयोजन किया. इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं प्रत्यक्ष रूप से उपायुक्त के समक्ष रखीं.
किन मुद्दों पर उमड़ा जनसैलाब?
जनता दरबार में आए आवेदनों में प्रमुख रूप से नाली जाम, राशन कार्ड में त्रुटियां, सड़क निर्माण में देरी, भूमि विवाद, अवैध अतिक्रमण, पारिवारिक विवाद, और जमीन के लेनदेन में धोखाधड़ी जैसे विषय शामिल रहे. कई नागरिकों ने भू-माफियाओं द्वारा की जा रही अवैध कब्जेदारी पर भी चिंता जताई.
तत्काल निष्पादन और निर्देश
उपायुक्त मित्तल ने प्रत्येक आवेदन को गंभीरता से संज्ञान में लिया और संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे हर मामले की प्राथमिकता के आधार पर जांच करें तथा निर्धारित समय सीमा में निष्पादन सुनिश्चित करें.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आवेदकों को उनके मामलों की स्थिति की समय-समय पर जानकारी दी जाए, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और लोगों का प्रशासन पर विश्वास मजबूत हो.
जनता दरबार क्यों है जरूरी?
जनता दरबार की सार्थकता पर प्रकाश डालते हुए उपायुक्त ने कहा कि, “इस पहल का उद्देश्य है कि आमजन अपनी समस्याओं को बेझिझक हमारे समक्ष रख सकें और उनका समाधान सुनवाई के माध्यम से शीघ्रता से हो सके.”
उन्होंने दोहराया कि जिला प्रशासन नागरिकों की सेवा और समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
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