जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शनिवार को जय प्रकाश नारायण (जेपी) जयंती पर शहर में आयोजित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।
उन्होंने संकोसाई, मानगो स्थित जेपी स्कूल और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके अलावा, जनता दल (यू) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भी सरयू राय मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सरयू राय ने कहा कि 1974 में देश में भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाने वाला कोई नहीं था, तब जय प्रकाश नारायण ने युवाओं को संगठित कर सम्पूर्ण क्रांति का बिगुल फूंका। उन्होंने बताया कि जेपी आंदोलन ने नई राजनीतिक चेतना को जन्म दिया और कई वरिष्ठ नेताओं की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत वहीं से हुई। सरयू राय ने यह भी साझा किया कि कैसे उन्होंने स्वयं 1974 के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई और युवाओं के जोश को दिशा देने का काम किया।
जनता दल (यू) के अनेक वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जेपी के विचारों को आत्मसात करने और सामाजिक न्याय व पारदर्शी राजनीति के संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम का समापन ‘सम्पूर्ण क्रांति’ के उद्घोष के साथ हुआ। सरयू राय ने युवाओं और नेताओं से अपील की कि जय प्रकाश नारायण के विचारों और सम्पूर्ण क्रांति के संदेश को अपने जीवन और राजनीति में आत्मसात करें। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने इस अवसर पर जेपी की सोच और आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, महानगर अध्यक्ष अजय कुमार,महामंत्री कुलविंदर सिंह पन्नू, युवा मोर्चा अध्यक्ष नीरज सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष अमृता मिश्रा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष प्रकाश कोय, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष राजेश प्रसाद, जिला सचिव प्रेम सक्सेना, विकास साहनी, भरत पांडे, जनसुविधा प्रतिनिधि पप्पू सिंह, सन्तोष भगत, संजीव सिंह, महानगर सचिव विकास कुमार, विनोद सिंह, उलीडीह अध्यक्ष प्रवीण सिंह, सीतारामडेरा अध्यक्ष अर्जुन यादव, गोलमुरी अध्यक्ष शमशाद खान, मानगो अध्यक्ष लालू गौड़, सिदगोड़ा अध्यक्ष राकेश कुमार, बर्मामाइंस अध्यक्ष बबलू कुमार, दिनेश सिंह, ममता सिंह, संगठन समन्वयक विजय सिंह, दिलीप प्रजापति, मनोज गुप्ता, विजयेंद्र कुमार, महावीर साहू, किशोर सिंह, गणेश चंद्र, कृष्णकांत, विजय कुमार, के शर्मा, सुनील कुमार, विनोद तिवारी, हेमराज, सौरव कुमार, परमिंदर राम आदि मौजूद रहे।
जेपी आंदोलन की याद और संदेश