
झाड़ग्राम: झाड़ग्राम शहर से सटे दहीजुड़ी स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में एक व्यक्ति ने फर्जी पहचान पत्र के सहारे 10 लाख रुपये का ऋण लिया और बाद में फरार हो गया. आरोपी ने झाड़ग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक कर्मचारी की पहचान का इस्तेमाल कर यह ऋण प्राप्त किया.
बैंक अधिकारियों के अनुसार, ऋण लेने के बाद जब वह समय पर किस्त नहीं चुकाने लगा, तो उसे कई बार नोटिस भेजा गया. लेकिन सभी नोटिसों का कोई उत्तर नहीं मिला.
काफी समय तक संपर्क नहीं होने पर बैंक ने आरोपी के खिलाफ 5 मार्च को बिनपुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की. जांच में पता चला कि आरोपी का असली नाम अभिजीत सरकार है और वह दक्षिण 24 परगना जिले के पाटुली इलाके का रहने वाला है.
बिनपुर थाना के जांच अधिकारी उमाकांत पाइडा ने स्वयं पिछले 15 दिनों से आरोपी के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर रहे थे. अथक प्रयासों के बाद आरोपी को कल रात दक्षिण 24 परगना के पाटुली इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस का मानना है कि आरोपी ने जानबूझकर फर्जी पहचान के सहारे ऋण लिया और फरार होने की योजना पहले से ही बना रखी थी.
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को आज झाड़ग्राम जिला अदालत में पेश किया गया. न्यायालय ने उसे 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है. अब पुलिस उससे फर्जी दस्तावेजों के स्रोत, बैंक कर्मचारियों से संभावित मिलीभगत और अन्य संभावित पीड़ितों के बारे में पूछताछ करेगी.
इसे भी पढ़ें : Shivraj Singh Chauhan: हड़बड़ी में धर्मपत्नी को ही भूले केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, फिर जो हुआ….