
रांची: झारखंड विधानसभा का बहुप्रतीक्षित मानसून सत्र 2025 का आगाज़ एक अगस्त से होने जा रहा है. यह सत्र सात अगस्त तक चलेगा. हालांकि, इस दौरान दो दिन – दो अगस्त और तीन अगस्त को अवकाश रहेगा. ऐसे में यह सत्र कुल पांच कार्यदिवसों का ही होगा.
प्रथम अनुपूरक बजट होगा केंद्र में
सत्र के तीसरे दिन यानी चार अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा. अगले दिन पांच अगस्त को इस बजट पर सामान्य चर्चा और मतदान के बाद इसे पारित कर दिया जाएगा.
पहले दिन की कार्यवाही और संभावनाएं
एक अगस्त को सत्र के पहले दिन शपथ ग्रहण (यदि कोई नया सदस्य हो), शोक प्रकाश (यदि कोई निधन हुआ हो) और राज्यपाल द्वारा सत्रावधि के बीच प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रतियां सभा पटल पर रखी जाएंगी.
राजकीय विधेयकों पर नजर
छह अगस्त को प्रश्नकाल के बाद संभावित राजकीय विधेयकों और अन्य शासकीय कार्यों पर विचार किया जाएगा. वहीं सात अगस्त को प्रश्नकाल के बाद गैर-सरकारी संकल्पों पर चर्चा होगी. इसके साथ ही सत्र का समापन हो जाएगा.
सत्र की अवधि पर उठ रहे हैं सवाल
सिर्फ पांच कार्यदिवसों वाले इस सत्र को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि क्या इतने सीमित समय में राज्य की ज्वलंत समस्याओं पर गंभीर बहस संभव है? विपक्षी दल इस सत्र को केवल “औपचारिकता” भर करार दे सकते हैं.
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