
जमशेदपुर: सूर्य मंदिर समिति द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा और नौ दिवसीय अनुष्ठान का समापन शनिवार को विशाल महाभंडारे के साथ हुआ. इस पावन अवसर पर 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक महाप्रसाद ग्रहण किया. आयोजन में भक्तों को खिचड़ी, सब्जी, चटनी और खीर का महाभोग परोसा गया. यह आयोजन सूर्यधाम सिदगोड़ा के शंख मैदान एवं मंदिर परिसर में हुआ, जहां प्रसाद वितरण के लिए 20 काउंटर और शीतल पेय जल के लिए 10 काउंटर लगाए गए थे.
व्यवस्थाओं का सतत निरीक्षण
सूर्य मंदिर समिति के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिनभर व्यवस्थाओं की निगरानी की. उन्होंने विभिन्न काउंटरों पर जाकर तैयारियों का जायजा लिया और श्रद्धालुओं और सूर्यधाम स्वयंसेवकों से बातचीत की. रघुवर दास ने इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न करने में जमशेदपुर की जनता और प्रभु श्रीराम की कृपा का अहम योगदान बताया.
पर्यावरण और सामाजिक समरसता
इस अवसर पर सूर्य मंदिर समिति ने पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कागज के ग्लास और प्लेट की व्यवस्था की. इसके अलावा, भंडारे के दौरान सामाजिक समरसता की अनुपम झलक भी देखने को मिली. संत निरंकारी मंडल और राधा स्वामी तरण तारण के दर्जनों सदस्य भी सेवा में जुटे रहे. महिला और पुरुष स्वयंसेवकों ने पूरे समर्पण भाव से श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखा.
संतोष और श्रद्धा की झलक
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि श्रीराम कथा एवं नौ दिवसीय अनुष्ठान का समापन महाभंडारे के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी, जिसे जमशेदपुर की जनता के अतुलनीय सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न किया गया. उन्होंने श्रद्धालुओं, महिलाओं और युवाओं का आभार प्रकट किया, जिनके सहयोग से यह आयोजन भव्य और ऐतिहासिक बना. उन्होंने यह भी कहा कि नौ दिनों के अनुष्ठान में हर भक्त के चेहरे पर जो संतोष और श्रद्धा की झलक थी, वही उनकी सफलता और प्रेरणा है.
मुख्य पदाधिकारियों का योगदान
इस भव्य आयोजन में समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, महासचिव अखिलेश चौधरी, संजय जायसवाल, ललित ओझा, अमरजीत सिंह राजा, और अन्य पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल थे. उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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