
पोटका: राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में प्रखंड के स्वास्थ्यकर्मियों, एएनएम, सहिया एवं सहिया साथियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य डेंगू जैसी गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को सजग करना रहा.
रैली के माध्यम से दिया गया जागरूकता का संदेश
बैठक के उपरांत एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें प्रतिभागियों ने डेंगू के विरुद्ध नारे लिखे बड़े-बड़े बैनर थामे. “गांव-गांव का नारा है, डेंगू को भगाना है” और “सबको स्वच्छ रहना है, डेंगू से मुक्ति पाना है” जैसे नारों से पोटका गूंज उठा. यह रैली सीएचसी परिसर से प्रारंभ होकर प्रखंड कार्यालय तक निकाली गई.
मच्छरों से बचाव ही सुरक्षा की पहली शर्त: सीएचसी प्रभारी
सीएचसी प्रभारी डॉ. रजनीश महाकुड़ ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू एक जानलेवा रोग है, लेकिन थोड़ी सी सावधानी से इसे रोका जा सकता है. उन्होंने लोगों को चेताया कि कहीं भी जलजमाव न होने दें, क्योंकि एडीज मच्छर साफ व ठहरे हुए पानी में ही पनपता है. उन्होंने सभी से अपील की कि घर, कार्यालय, आंगन, छत, टंकी या कूलर जैसी जगहों को पूरी तरह स्वच्छ रखें और यदि कोई लक्षण दिखे तो तुरंत स्थानीय स्वास्थ्यकर्मियों को सूचित करें.
जनप्रतिनिधियों ने भी की सक्रियता की अपील
इस अवसर पर पोटका के पूर्व जिला पार्षद करुणामय मंडल ने भी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने सहिया एवं स्वास्थ्यकर्मियों से अपनी सेवा भावना को बनाये रखने की बात कही. साथ ही ग्रामीणों से अपील की कि वे डेंगू से जुड़ी किसी भी जानकारी को छुपाएं नहीं, बल्कि तत्क्षण अपने गांव की स्वास्थ्य दीदी या जनप्रतिनिधियों को सूचना दें.
कौन-कौन रहे उपस्थित
इस आयोजन में डॉ. रजनीश महाकुड़, डॉ. सुकांत सीट, पूर्व जिला पार्षद करुणामय मंडल, अकाउंटेंट मनोज शर्मा, कार्यक्रम संचालक सुनील तिर्की, देवाशीष, उपेंद्र नाथ मदीना, बीटीटी बाधाई जी, टुकटुकी मंडल, टुनू मंडल, सभी एएनएम, सहिया एवं सहिया साथी तथा पोटका सीएचसी के तमाम कर्मी उपस्थित थे.
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