रांची: रांची जिला किसान कॉउन्सिल की बैठक आज जिला कार्यालय बरसालडीह, सोनाहातु में मदुवा कच्छप की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो ने झारखंड की किसान-संबंधी रिपोर्ट पेश की।
बैठक में किसानों के प्रमुख मुद्दों पर सघन कार्यक्रम और आंदोलनों का निर्णय लिया गया:
15 नवंबर 2025: शहीद बिरसा मुंडा जयंती पर जल, जंगल, जमीन और खनिज संपदा की रक्षा के लिए शपथ और नारेबाजी।
26 नवंबर 2025: संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन मोर्चा के आव्हान पर देशव्यापी प्रदर्शन।
8 जनवरी 2026: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष किसान रैली, जिसमें MSP, कर्ज माफी, जबरन जमीन अधिग्रहण, विस्थापन, पलायन, नियोजन नीति, हाथियों के आतंक, पंचायत स्तर पर धान क्रय केंद्र खोलने, कारपोरेट लूट और वन पट्टा जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे।
आगामी कार्यक्रमों का शेड्यूल
किसानों और मजदूरों के संगठनों द्वारा आगे कई आयोजन तय किए गए हैं:
15 दिसंबर: भूमि कन्वेंशन
16 दिसंबर: युवा किसानों का कन्वेंशन, रांची
5 दिसंबर – 5 जनवरी: धान क्रय केंद्रों के सामने अनिश्चितकालीन डेरा डालो आंदोलन
प्रखंड स्तर पर सम्मेलन:
20 नवंबर: बुंडू
28 नवंबर: सोनाहातु
30 नवंबर: राहे
3 दिसंबर: अनगड़ा
5 दिसंबर: तमाड़
7 दिसंबर: नगड़ी
29 नवंबर: सिल्ली
27-28 दिसंबर: रांची जिला किसान सम्मेलन, सोनाहातु
31 दिसंबर: पश्चिमी रांची जिला किसान सम्मेलन
बैठक में मदुवा कच्छप को रांची-पश्चिमी रांची कौंसिल का संयोजक चुना गया। बैठक में किसान मुद्दों पर स्थानीय आंदोलन तेज करने का भी निर्णय लिया गया।मुख्य रूप से बैठक में उपस्थित थे मदुवा कच्छप, दिवाकर सिंह मुंडा, रतन महतो, मंगल मुंडा, शिवेश्वर अहिर, उमेश महतो, जयपाल सिंह मुंडा, पांडू राम मुंडा, घुरन पातर, हरिश्चंद्र प्रमाणिक, डोमन मुंडा।
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