
नई दिल्ली: भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की वरिष्ठ अधिकारी सोनाली मिश्रा ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक का कार्यभार संभाल लिया. 143 वर्ष पुराने भारतीय रेलवे के इतिहास में वह इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. उनका कार्यकाल 31 अक्टूबर 2026 तक रहेगा. केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्तियों से संबंधित समिति द्वारा इस नियुक्ति को स्वीकृति दी गई. इससे पहले सोनाली मिश्रा भोपाल स्थित पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान में अतिरिक्त डीजी (चयन/भर्ती) के साथ-साथ मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी की निदेशक के रूप में कार्य कर रही थीं.
विविध अनुभवों से सजी सशक्त पृष्ठभूमि
अपने तीन दशक से अधिक के पुलिस करियर में उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और संयुक्त राष्ट्र मिशनों में भी सेवाएं दी हैं. उनके नाम राष्ट्रपति पुलिस पदक (विशिष्ट सेवा) और पुलिस पदक (सराहनीय सेवा) सहित कई प्रतिष्ठित सम्मान दर्ज हैं.
उनकी नियुक्ति से एक ओर जहां आरपीएफ को अनुभवी नेतृत्व मिलेगा, वहीं उनके समावेशी दृष्टिकोण और टेक्नोलॉजी-फोकस के कारण सुरक्षा व्यवस्था में आधुनिकता और संवेदनशीलता दोनों का समावेश होने की उम्मीद है.
मानव तस्करी और संवेदनशील यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
सोनाली मिश्रा का प्रमुख फोकस अत्याधुनिक तकनीकों को आरपीएफ की कार्यप्रणाली में और अधिक मजबूती से शामिल करने का रहेगा. इसके साथ ही वह मानव तस्करी और कमजोर यात्रियों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए आरपीएफ की भूमिका को सशक्त बनाएंगी.
रेलवे जैसे विशाल और विविधतापूर्ण नेटवर्क में यात्री सुरक्षा और रेलवे संपत्ति की रक्षा जैसी जटिल जिम्मेदारियों को अब एक अनुभवी महिला अधिकारी की सोच और समझदारी से नई दिशा मिलने की उम्मीद है.
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