जादूगोड़ा: यूसिल में भ्रष्टाचार और नई ट्रांसफर नीति लागू करने की मांग को लेकर आरटीआई कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जादूगोड़ा यूसिल अस्पताल चौक पर एक दिवसीय धरना दिया। सुनील मुर्मू और सीता राम हांसदा की अगुवाई में हुए इस धरने को स्थानीय लोगों का समर्थन मिला।
धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि यूसिल की सात यूरेनियम खदानों – बागजाता, भाटिन, नरवा पहाड़, तुरामडीह, बादूहुराग, ओपन कास्ट माइंस और महुलडीह प्रोजेक्ट – में वर्षों से अधिकारी एक ही पद पर टिके हैं और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। उनका कहना है कि अधिकारी निजी कामकाज में लगे रहते हैं और अपने चहेते कर्मचारियों को फायदा पहुंचाते हैं।
कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि यूनियन के लोग फर्जी बैठक दिखाकर ओडी बिल पास कराते हैं और कंपनी से वेतन उठा रहे हैं। वहीं, तुरामडीह प्रोजेक्ट में क्वार्टर आवंटन में घूसखोरी हो रही है, जिसे यूनियन और प्रबंधन का संरक्षण मिला हुआ है।
आरटीआई कार्यकर्ताओं ने नए सीएमडी डॉ. कंचन आनंद राव से मांग की है कि नई प्रमोशन पॉलिसी लागू की जाए, वर्षों से जमे अधिकारियों का तबादला किया जाए और क्वार्टर आवंटन घोटाले की जांच कराई जाए।
धरने में शामिल लोगों ने यूसिल प्रबंधन पर क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि खराब सड़कों की मरम्मत और सामाजिक दायित्व के तहत विकास कार्यों में तेजी लाई जानी चाहिए।
इस धरना कार्यक्रम में ग्वालकाटा पंचायत के पूर्व मुखिया सीता राम हांसदा, सुनील मुर्मू, जगन्नाथ सोनू, घनी राम हांसदा, दसरथ मुर्मू, दिनेश कर्मकार और बसंत टोपनो सहित कई लोग मौजूद थे।
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