सरायकेला: सरायकेला-खरसावां जिला किसान कौंसिल की बैठक 9 नवंबर को मिलन चौक, मुखिया होटल के किसान सभा कार्यालय में तारा पदो रवानी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में झारखंड राज्य किसान सभा के अध्यक्ष सुफल महतो ने राज्य की किसानों से जुड़ी रिपोर्ट पेश की और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की।
बैठक में तय हुआ कि:
15 नवंबर को शहीद बिरसा मुंडा जयंती पर ईचागढ़ और निमडीह में जल, जंगल, जमीन, खनिज संपदा, CNT एक्ट की रक्षा हेतु शपथ और “झारखंड के 25 साल सपना अधूरा – किसान-मजदूरों के संघर्षों से पूरा होगा” का नारा देंगे।
26 नवंबर को संयुक्त किसान मोर्चा और ट्रेड यूनियन मोर्चा के आव्हान पर देशव्यापी प्रदर्शन।
8 जनवरी 2026 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष किसान रैली आयोजित की जाएगी। इसमें MSP, कर्ज माफी, जबरन जमीन अधिग्रहण, विस्थापन, पलायन, नियोजन नीति, हाथियों के आतंक, धान क्रय केंद्र, कारपोरेट लूट, वनपट्टा और जमीन सर्वे जैसी मांगों को उठाया जाएगा।
दिसंबर और जनवरी में किसान सम्मेलन और आंदोलन
बैठक में और कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई:
- 1 दिसंबर: ईचागढ़ में सम्मेलन
- 5-16 दिसंबर: भूमि कन्वेंशन और युवा किसान कन्वेंशन (रांची)
- 6 दिसंबर: कुकड़ू प्रखंड सम्मेलन
- 7 दिसंबर: निमडीह सम्मेलन
- 28 दिसंबर: सरायकेला-खरसावां जिला किसान सम्मेलन (निमडीह)
- 5 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026: धान क्रय केंद्रों के समक्ष अनिश्चितकालीन “डेरा डालो” आंदोलन, किसानों के MSP के लिए।
साथ ही बैठक में स्थानीय स्तर पर किसान मुद्दों पर आंदोलन तेज़ करने का भी निर्णय लिया गया।
बैठक में तारा पदो रवानी (जिला अध्यक्ष), प्रबोध महतो, सुरेन्द्र महतो, सत्य रंजन कोटका, सोनाराम उरांव, हिरा लाल महतो, उमाकांत महतो, हाराधन दास, दुर्गा मुंडा, सिपिही मुंडा, गुनाघर कैवरत, बैजनाथ महतो, बिजय महतो, मंगल मुंडा, शंकर उरांव, आयता उरांव, छुरियां उरांव, अनिल उरांव सहित कई अन्य किसान नेता उपस्थित थे।
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