
चांडिल: सरायकेला-खरसावां जिले के नीमडीह थाना अंतर्गत झीमड़ी एवं मुरु गांव के ग्रामीणों ने जन वितरण प्रणाली के दो डीलरों—रकीब साईं और मंजू साईं—पर मनमानी और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गुरुवार को सैकड़ों राशन कार्ड धारकों ने हस्ताक्षर युक्त एक मांग पत्र नीमडीह प्रखंड विकास पदाधिकारी एस. अभिनव को सौंपते हुए दोनों डीलरों से राशन नहीं उठाने का निर्णय सुनाया.
डीलरों पर अवैध वसूली और गलत व्यवहार का आरोप
पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष मकर चंद्र महतो ने आरोप लगाया कि उक्त डीलरों द्वारा तीन से चार सहायक नियुक्त कर खाद्यान्न वितरण कराया जा रहा है, और उनके वेतन के नाम पर प्रत्येक लाभुक से 10 से 15 रुपये की अवैध वसूली की जाती है. साथ ही, उपभोक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार भी होता है. ग्रामीणों का कहना है कि अब वे इन डीलरों से चावल, गेहूं आदि राशन नहीं उठाएंगे.
“जनता का निर्णय सर्वोपरि”: मुखिया प्रतिनिधि
झीमड़ी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पाथर सिंह ने स्पष्ट कहा कि ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से तय किया है कि वे अब रकीब साईं और मंजू साईं से राशन नहीं लेंगे. उन्होंने कहा, “जनता का निर्णय सर्वोपरि है. प्रशासन को इस पर गौर करना चाहिए.”
प्रशासन का उत्तर: “ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध”
बीडीओ एस. अभिनव ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि ‘एक देश एक राशन कार्ड’ योजना के तहत लाभुक किसी भी जविप्र दुकानदार से राशन सामग्री उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस माह का राशन आवंटन भेजा जा चुका है. यदि लाभुक डीलर परिवर्तन करना चाहते हैं, तो उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा. साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि दिए गए ज्ञापन के आधार पर कोई प्रशासनिक कार्रवाई संभव नहीं है.
धर्मांतरण विवाद के बीच संवेदनशील बनी स्थिति
उल्लेखनीय है कि झीमड़ी गांव पहले से ही एक कथित जबरन धर्मांतरण और निकाह के मामले को लेकर तनावग्रस्त है. ऐसे में खाद्यान्न वितरण को लेकर उपजे विवाद ने स्थिति को और अधिक संवेदनशील बना दिया है. एहतियातन प्रशासन द्वारा झीमड़ी और आसपास के गांवों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
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