राहे: राहे अंचल और प्रखंड कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ गुरुवार को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) सिल्ली विधान के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया गया। आंदोलन का नेतृत्व जेएलकेएम के केंद्रीय उपाध्यक्ष और सिल्ली विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी देवेंद्र नाथ महतो ने किया। भारी बारिश के बावजूद कार्यकर्ता धरना स्थल पर डटे रहे।
प्रदर्शन के दौरान सीओ क्रिस्टीना ऋचा इंदवार बिना संवाद किए कार्यालय से निकल गईं। इसकी खबर फैलते ही प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए ब्लॉक परिसर में घुस गए। हालात देखते हुए सीओ को दोबारा लौटकर वार्ता करनी पड़ी।
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देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि अंचल और प्रखंड कार्यालय में बिचौलियों का दबदबा है। आम लोगों को बीडीओ और सीओ से सीधे मिलने में कठिनाई होती है। जमीन संबंधी कामों में जानबूझकर जटिलता पैदा की जाती है और बाद में खाता, प्लॉट या खारिज-दाखिल जैसे कार्यों के लिए वसूली की जाती है। साथ ही सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता नहीं बरती जाती और लाभुकों को समय पर भुगतान भी नहीं मिलता।
11 सूत्री मांग पत्र सौंपा
धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों ने 11 सूत्री मांग पत्र बीडीओ अशोक कुमार और सीओ क्रिस्टीना ऋचा इंदवार को सौंपा। मुख्य मांगों में शामिल हैं–
हर महीने ग्राम सभा का नियमित आयोजन
किसानों को सरकारी दर पर यूरिया उपलब्ध कराना
अवैध बालू खनन पर रोक
प्राकृतिक आपदाओं व हाथी, सांप, भालू से हुई क्षति का मुआवजा
प्रमाण पत्रों का समय पर निर्गत होना
मजदूरों की सूची सार्वजनिक करना
योजनाओं का भुगतान समय पर करना
राशन कटौती बंद करना
बीडीओ और सीओ ने मांग पत्र स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर सभी मुद्दों पर सकारात्मक कार्रवाई की जाएगी। देवेंद्र नाथ महतो ने साफ कहा कि अगर तय समय सीमा में मांगें पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। धरना में सुशीला देवी, प्रखंड अध्यक्ष सुभाष महतो, बुद्धिजीवी मोर्चा अध्यक्ष बिनोद महतो, उमेश महतो, नागेश्वर महतो, रंजीत महतो समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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