- बिरसा मेला, बाइक रैली और स्कूल कार्यक्रमों से सजी जयंती की रंगीन तस्वीर
जमशेदपुर: जमशेदपुर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर जिले के विभिन्न स्थलों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्थानीय नेताओं, विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने माल्यार्पण और पुष्पांजलि के माध्यम से धरती आबा को नमन किया।
सांसद विद्युत वरण महतो ने बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि
सांसद विद्युत वरण महतो ने आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सांसद इस समय संसदीय समिति के दौरे पर बेंगलुरु में हैं। इस अवसर पर सांसद महतो ने अन्य पिछड़े वर्गों के कल्याण संबंधी संसदीय समिति के अध्यक्ष और समिति के सभी सांसदों के साथ मिलकर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
सांसद महतो ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के अन्याय, आतंक और गुलामी के खिलाफ आजादी का उलगुलान किया। उनके संघर्ष के फलस्वरूप हमें देश की आजादी मिली और झारखंड को अलग राज्य बनने का अवसर भी मिला। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने के बावजूद बिरसा मुंडा के सपनों का झारखंड अभी पूरी तरह साकार नहीं हुआ है। आज के अवसर पर सभी सांसदों ने संकल्प लिया कि वे झारखंड को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे। सांसद महतो ने कहा कि यह दिन विशेष रूप से जनजातीय समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी दिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस कार्यक्रम में संसदीय समिति के अध्यक्ष गणेश सिंह (सतना सांसद) और समिति के अन्य सभी सांसद उपस्थित थे।
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नमन परिवार ने साकची स्थित बिरसा स्मारक में अर्पित किया श्रद्धासुमन
राष्ट्रीय अस्मिता और जन-अधिकारों के प्रतीक बिरसा मुंडा को नमन परिवार द्वारा साकची स्थित बिरसा स्मारक में श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले ने किया। अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष, त्याग और जन-हित के लिए लड़ाई का प्रतीक है। उनका आदर्श आज भी समाज को सेवा, न्याय और समानता के पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता रामाश्रय प्रसाद, पत्रकार बृज भूषण सिंह और जयप्रकाश राय, समाजसेवी हरदयाल सिंह, जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। सभी ने समाजहित में सक्रिय योगदान देने का संकल्प लिया।
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विधायक मंगल कालिंदी ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया
जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के खुखराडीह सिद्धू-कान्हु टोपो डूंगरी में विधायक मंगल कालिंदी ने अपनी विधायक निधि से भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया। साकची आई हॉस्पिटल के समीप स्थापित प्रतिमा पर विधायक ने पुष्प अर्पित कर धरती आबा को नमन किया। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का योगदान अमर है। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ उलगुलान किया, आदिवासियों को एकजुट किया और उनकी संस्कृति, भूमि और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष किया।
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पोटका में विधायक संजीव सरदार ने अलग-अलग कार्यक्रमों में लिया हिस्सा
पोटका प्रखंड में विधायक संजीव सरदार ने हल्दीपोखर, हाथीविन्दा पंचायत और बड़ा बोतला बहादुरपुर में बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि धरती आबा का जीवन हमें साहस, आत्मसम्मान और समाज के लिए खड़े होने की प्रेरणा देता है। बिरसा मुंडा का संघर्ष सिर्फ आदिवासी समाज के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा है।
पोटका प्रखंड के बड़ा सिगदी ग्राम में बिरसा मुंडा आदिवासी संस्कृति मंच ने 43वां बिरसा मेला आयोजित किया। मुख्य अतिथि विधायक संजीव सरदार ने कार्यक्रम में भाग लिया और उपस्थित लोगों को बिरसा मुंडा की विरासत और उनके संघर्ष की याद दिलाई।
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मुंडा स्वशासन व्यवस्था की बाइक रैली में उमड़ा जनसैलाब
भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर मुंडा स्वशासन व्यवस्था की ओर से शुक्रवार को एक विशाल बाइक रैली निकाली गई। रैली देवली चौक से शुरू हुई, जिसका नेतृत्व कमेटी के अध्यक्ष माधव सिंह मुंडा, सह–सचिव संजय मुंडा और सचिव दुर्गा मुंडा ने किया। रैली हल्दीपोखर, हाता, जुड़ी टांडी समेत कई ग्रामीण इलाकों से गुजरी। प्रत्येक स्थान पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और ग्रामीणों ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें स्मरण किया। हल्दीपोखर पहुंचने पर स्थानीय कमेटी सदस्यों ने अध्यक्ष माधव सिंह मुंडा, संजय मुंडा और दुर्गा मुंडा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
अध्यक्ष माधव सिंह मुंडा ने कहा कि “देश की आजादी और जल–जंगल–जमीन की सुरक्षा के लिए भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान अविस्मरणीय है। मात्र 25 वर्ष की उम्र में उन्हें ‘धरती आबा’ और ‘भगवान बिरसा’ के रूप में सम्मान मिला।” सह–सचिव संजय मुंडा ने कहा कि “जब तक जल, जंगल और जमीन सुरक्षित हैं, तब तक हमारी पहचान और अस्तित्व भी सुरक्षित रहेगा। हम सभी इस विरासत की रक्षा के लिए संकल्पित हैं।”
रैली में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। प्रमुख रूप से गोपाल मंडा, कृष्णा गुड़िया, भूदेव मुंडा, जय हरि सिंह मुंडा, जितेन मुंडा, दिलीप मुंडा, मंगल मुंडा, सुरेश मंडा, पशुपति मुंडा, अविनाश मुंडा, सुनील मुंडा, जवाहरलाल मुंडा, विश्वजीत धान, नवदीप मुंडा सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर उत्सव को भव्य रूप दिया।
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अंग्रेज शासन के खिलाफ उलगुलान करने वाले को हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत ने दी श्रद्धांजलि
पोटका में आदिवासी समाज के महानायक भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत भवन में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाज कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण की टीम ने कार्यक्रम की अगुआई की। कार्यक्रम की शुरुआत पंचायत भवन में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि से हुई। तत्पश्चात आदिवासी पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किए गए और हल्दीपोखर बाजार में बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए गए।
मुखिया देवी कुमारी भूमिज ने उपस्थित महिलाओं और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष, एकता, स्वाभिमान और जल-जंगल-जमीन की रक्षा का संदेश देता है। उन्होंने आदिवासी समाज को संगठित करने, अंधविश्वास और कुरीतियों से मुक्त करने और अपनी जड़ों से जुड़े रहने की प्रेरणा दी। मुखिया ने कहा कि बिरसा मुंडा का नारा “अबुआ दिसुम, अबुआ राज” (हमारा देश, हमारा राज) आज भी स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और अधिकारों की रक्षा की भावना जगाता है। उन्होंने आदिवासियों को शिक्षा और चेतना के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने की प्रेरणा भी दी।
इस अवसर पर मफसी सरदार, राधा गौर, पुष्पलता पुराण, रासमणी पुराण, सजनी सरदार, शालिनी मुर्मू, जेमा सिंह, बसंती सरदार, पानो बास्के, मालती सरदार, माधुरी राणा, लक्ष्मी मानकी मुंडा, माधुरी मुंडा, उषा मुंडा, कुंती सरदार सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे उपस्थित थे।
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कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में भगवान बिरसा मुंडाकी 150वीं जयंती
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पोटका में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड राज्य के 25 वर्ष पूरे होने पर रजत जयंती समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में डालसा (DLSA) के पीएलवी सदस्य भी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने से हुई। पीएलवी डोबो चकिया ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि धरती आबा बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को उलीहातू गांव में हुआ था। उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ ऐतिहासिक उलगुलान का नेतृत्व किया और आदिवासी समाज द्वारा उन्हें धरती का पिता तथा भगवान माना जाता है।
वक्ताओं ने कहा कि बिरसा मुंडा का जीवन संघर्ष, स्वाभिमान, जल–जंगल–जमीन की रक्षा और समाज सुधार की मिसाल है। उनके विचार आज भी प्रेरणादायक हैं और उनसे सीख लेने की जरूरत है।
समारोह में कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए, जिसका सभी ने सराहना की। विद्यालय में उपस्थित छात्राओं ने आदिवासी समाज के गौरव—धरती आबा बिरसा मुंडा—के जीवन मूल्यों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। इस मौके पर बर्डेन रूमा हालदार, पीएलवी चयन कुमार मंडल, डोबो चकिया, छाकु माझी, सबिता सोरेन, कुरुमीता, राजेश माहली सहित अन्य शिक्षक व कर्मचारी मौजूद थे।
विद्यालयों में रंगारंग कार्यक्रम
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विद्या भारती इंग्लिश स्कूल, हाता: छात्रों ने बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्ष पर भाषण दिया, आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किए और इंट्रा स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच आयोजित हुआ।
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तारा पब्लिक स्कूल, हरिवंश नगर: छात्रों ने बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धांजलि दी। शिक्षकों और छात्रों ने उनके जीवन, संघर्ष और योगदान पर विचार साझा किए।