
जमशेदपुर: 28 फरवरी को ग्रेजुएट कॉलेज में नेशनल साइंस डे धूमधाम से मनाया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय की प्रोफेसर इंचार्ज प्रोफेसर डोरिस दास उपस्थित रहीं. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जो इस अवसर की महत्ता को दर्शाता है.
मुख्य अतिथि का सम्मान और कविता का संगम
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि प्रोफेसर डोरिस दास का सम्मान रसायन विभाग की डॉक्टर बनश्री दे और भौतिक विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुलेखा कुमारी ने किया. उन्हें पौधा और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. इस मौके पर डॉक्टर बनश्री दे ने प्रोफेसर डोरिस दास के सम्मान में एक सुंदर स्वरचित विज्ञान कविता प्रस्तुत की.
महिलाओं की भूमिका पर जोर
अपने संबोधन में प्रोफेसर डोरिस दास ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं को और अधिक आगे आने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी महत्वपूर्ण खोज के पीछे महिलाओं का अहम योगदान होता है. महिलाओं में असीम क्षमता छिपी हुई है, बस उन्हें अपनी मेहनत और जुनून के साथ इसे पहचानने की आवश्यकता है.
विज्ञान और महिला वैज्ञानिकों पर भाषण
कार्यक्रम में छात्राओं ने “ग्रेट इंडियन वूमेन साइंटिस्ट” पर भाषण प्रस्तुत किए. इसके अलावा, डॉक्टर अरुंधति डे ने ‘माइंड एंड मॉडर्न प्रॉब्लम’ पर एक बेहतरीन पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया, जिसने सबका ध्यान आकर्षित किया.
माइंड गेम्स और सम्मान समारोह
B.Ed की छात्राओं द्वारा माइंड गेम्स का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र और शिक्षक दोनों ने मिलकर हिस्सा लिया. साइंस के कांटेक्ट एग्जाम के विजेताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए.
कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम का संचालन प्राणी विज्ञान की छात्रा रिचा ओझा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर अरुंधति डे ने किया, जिन्होंने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया.इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के कई शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित थे, जिनमें डॉ. अर्चना सिंहा, डॉ. संगीता बिरुआ, प्रोफेसर प्रतिमा सिंहा, डॉक्टर कुमारी अनामिका, डॉ. पूनम रजक, प्रोफेसर फरजाना, प्रोफेसर दीप्ति, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. श्वेता शर्मा, डॉ. लाडली, डॉ. इंदु, डॉ. नूपुर, प्रोफेसर प्रेमलता, डॉ. प्रीति, प्रोफेसर राकेश पांडे, डॉ. सुनीति आदि शिक्षक गण शामिल थे.
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