
बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत पारुलिया पंचायत के पाथरघाटा गांव के दो मजदूरों की मौत बीते गुरुवार को पश्चिम बंगाल के भमाल गांव में कुएं में गिरने से हो गई थी. यह घटना मजदूरी के दौरान हुई. मृतकों की पहचान वृंदावन मुंडा और कार्तिक मुंडा के रूप में की गई है.
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, मृतक वृंदावन मुंडा का 9 वर्षीय पुत्र देव मुंडा और कार्तिक मुंडा की 3 वर्षीय पुत्री अर्चना मुंडा अब अनाथ हो गए हैं. इनके भविष्य को लेकर गांव में गहरी चिंता व्याप्त है. यह सवाल सभी के मन में है कि इन मासूमों की देखभाल अब कौन करेगा?
घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक समीर कुमार मोहंती ने मृतकों की विधवाओं से मुलाकात की और उन्हें श्रम विभाग की ओर से निर्धारित 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि का चेक सौंपा. यह राशि प्रारंभिक राहत स्वरूप दी गई है.
श्रम विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि प्रवासी मजदूरों की कार्यस्थल पर मृत्यु होने की स्थिति में ₹1,50,000 तक की सहायता राशि दी जाती है. प्रथम चरण में ₹50,000 की त्वरित सहायता दी गई है. शेष राशि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य कानूनी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद दी जाएगी.
मौके पर उपस्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी केशव भारती ने कहा कि यह बहरागोड़ा प्रखंड की पहली घटना है जिसमें श्रम विभाग ने मात्र तीन दिनों के भीतर मृतकों के आश्रितों को मुआवजा भुगतान किया. उन्होंने इसे प्रशासन की संवेदनशीलता का प्रतीक बताया.
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