
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में मुसाबनी बाजार के दुकानदारों के पुनर्वास की मांग को लेकर एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मिला. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे ने किया. उन्होंने उपायुक्त को सौंपे गए ज्ञापन के माध्यम से कहा कि कांग्रेस पार्टी सड़क चौड़ीकरण की योजना का समर्थन करती है, लेकिन इसके नाम पर गरीब दुकानदारों को उजाड़ना किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगा.
दुबे ने बताया कि ये सभी दुकानदार बेहद सामान्य और आर्थिक रूप से कमजोर हैं. सुरदा माइंस के बंद होने के बाद से उनका जीवन और कठिन हो गया है. ये लोग छोटी-छोटी दुकानों के माध्यम से किसी तरह अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं और बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
उन्होंने चिंता जताई कि यदि अंचल अधिकारी द्वारा किया गया सीमांकन लागू कर दुकानों को तोड़ा गया, तो इन दुकानदारों के समक्ष जीवन यापन का गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा.
जिलाध्यक्ष ने आग्रह किया कि प्रशासन को इस मुद्दे पर मानवीय और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि इन दुकानदारों का पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए ताकि कोई भी परिवार सड़क पर न आ जाए.
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि जनहित को ध्यान में रखते हुए इस मामले पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रशासन मानवता के दृष्टिकोण से उचित निर्णय लेगा.
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आनन्द बिहारी दुबे के साथ प्रदेश सचिव राकेश कुमार तिवारी, सुखदेव सिंह मल्ली, एल बी सिंह, सामंता कुमार, रजनीश सिंह, राकेश साहू, अरुण कुमार सिंह, गुलाम सरबर, मोहम्मद शब्बीर उर्फ लालबाबू, शिल्पी चक्रवर्ती, बबलू नौशाद, बिरेंद्र पांडेय, सन्नी सिंह, मोहम्मद सलीम, हरिहर प्रसाद और रंजन सिंह समेत कई कांग्रेसजन मौजूद थे.
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