
देवघर: देवघर में बस स्टैंड स्थानांतरण के विरोध में जारी बस मालिकों की हड़ताल शनिवार को 11वें दिन भी जारी रही. अब इस आंदोलन को नया बल मिला है, क्योंकि शहर के प्रमुख व्यवसायिक संगठन – बैद्यनाथधाम चैंबर ऑफ कॉमर्स, देवघर टेक्सटाइल एंड गारमेंट एसोसिएशन और फुटपाथ दुकानदार संघ ने बस ऑनर एसोसिएशन का समर्थन करते हुए आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर चलने का एलान किया है.
बैठक में तय हुआ संघर्ष का अगला चरण
रविवार को होटल नटराज विहार में इन तीनों संगठनों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें बस ऑनर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि प्रशासन जल्द ही पुराना मीना बाजार बस स्टैंड को स्थानीय बसों के लिए पुनः शुरू नहीं करता है, तो धरना-प्रदर्शन के साथ आमरण अनशन की शुरुआत की जाएगी.
स्थानीय व्यापार पर बुरा असर, 50 प्रतिशत तक गिरा कारोबार
बैठक में यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि मीना बाजार बस स्टैंड बंद होने से देवघर शहर की आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. खासकर शादी-ब्याह के इस व्यस्त सीजन में दुकानदारों का व्यवसाय 50% तक घट गया है. माल ढुलाई की लागत भी बढ़ गई है, जिससे व्यापारी परेशान हैं. ऐसे में व्यवसायिक संगठनों ने प्रशासन से स्पष्ट मांग की है कि बाघमारा बस पड़ाव से अंतरराज्यीय बसें चलें, लेकिन संताल परगना के विभिन्न जिलों के लिए बसें पुरानी जगह से ही चलें.
व्यवसायियों और बस मालिकों की संयुक्त आवाज
बैठक में बैद्यनाथधाम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पंकज पंडित, फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष दिलीप बरनवाल, टेक्सटाइल एंड गारमेंट एसोसिएशन के महामंत्री मनीष केसरी, गजेंद्र केसरी, बस ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेशानंद झा, महामंत्री विनोद झा, गणेशानंद झा, राजेशानंद झा और राजेश झा समेत कई लोग मौजूद थे. सभी ने एकजुटता से कहा कि यह केवल बस मालिकों का नहीं, बल्कि पूरे देवघर शहर के व्यापारिक अस्तित्व से जुड़ा मुद्दा है.
इसे भी पढ़ें : Weather Forecast: झारखंड में फिर गरजेंगे बादल, IMD ने दी चेतावनी – ऑरेंज अलर्ट जारी