
जमशेदपुरः झारखंड राज्य विश्वविद्यालय संविदा शिक्षक संघ की एक बैठक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को संपन्न हुई. जिसमें कोल्हान विश्वविद्यालय में कार्यरत आवश्यकता आधारित शिक्षकों की समस्याओं तथा उसके निदान पर विस्तार से चर्चा हुई. संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार पाण्डेय ने संघ के द्वारा झारखंड में कार्यरत आवश्यकता आधारित शिक्षकों के नियमितीकरण कराने के प्रयास, साथ ही मानदेय विसंगति दूर करने, तथा महिला कर्मियों के लिए (एस.एल) शिक्षकों के लिए सीएल, तथा मेडिकल सुविधा और महंगाई भत्ता प्राप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की बात कही. उन्होंने बताया कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है और माननीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री महोदय ने आश्वासन दिया है कि आपके हित का सरकार ध्यान रखेगी.
बैठक में आवश्यकता आधारित शिक्षकों कि नियमितीकरण तथा अन्य सुविधाओं के लिए कोल्हान विश्वविद्यालय (महिला विश्वविद्यालय साथ में) की एक कमिटी गठित की गई. जिसमे डॉ. बी डी सिन्हा, डॉ. रविशंकर राय, डॉ. के. डी राय, डॉ. नुतन सिंह को संरक्षक बनाया गया. जबकि डॉ कमलेश कुमार कमलेंदू को अध्यक्ष एवं डॉ. कन्हैया बारीक को महासचिव वहीं डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. श्वेता शर्मा, डॉ. छगन अग्रवाल, डॉ. शिप्रा त्रिपाठी को उपाध्यक्ष और डॉ जीवन शाह, डॉ अनिता चौधरी, डॉ. चंद्रशेखर राय, डॉ. कौशिक मेहतो को सचिव एवं प्रो. रोहित कुमार पूर्वे को कोषाध्यक्ष बनाया गया. वहीं कॉलेज प्रतिनिधि के तौर पर बहरागोड़ा से डॉ अमरेश कुमार, घाटशिला – डॉ सिंगों सोरेन, वर्कर्स कॉलेज – डॉ नुतन कुमारी, ग्रेजुएट कॉलेज -डॉ अनामिका, को-ऑपरेटिव कॉलेज – डॉ पुष्पा सिंह, एलबीएसएम कॉलेज – डॉ प्रशांत कुमार, चांडिल – डॉ समीर चंद्र सेठ, वीमेंस यूनिवर्सिटी – डॉ प्रीति, सरायकेला महिला मॉडल कॉलेज – डॉ स्वेतलता, खरसावां मॉडल कॉलेज – नंदकिशोर प्रसाद, मझगांव डिग्री कॉलेज – डॉ श्रद्धा मिंज, एबीएम कॉलेज – प्रो लक्ष्मी कुमारी, प्रेस प्रवक्ता – प्रो मुकेश कुमार को बनाया गया. बैठक का संचालन प्रो. रवि शंकर राय तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. रोहित कुमार पुर्वे ने किया. बैठक में प्रमुख रूप से डॉ. शोभा कुमारी, डॉ, कल्याणी झा, डॉ साधना कुमारी, डॉ, संगीता, डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ रुचिका तिवारी, डॉ पुष्पलता, डॉ पियाली विश्वास, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ पुष्पा सिंह, डॉ प्रेमा नुतन गाड़ी सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे.