
जमशेदपुर: जमशेदपुर के केबुल टाउन, गोलमुरी स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के दूसरे चरण के जीर्णोद्धार कार्य का मंगलवार को शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने मंदिर के शिखर पर चढ़कर विधिवत पूजा कर निर्माण कार्य की शुरुआत की।
बारिश की परवाह किए बिना वे लगभग 200 फीट ऊंचे शिखर पर बाँस की सीढ़ियों के सहारे चढ़े और नारियल फोड़कर कार्य का शुभारंभ किया। इस दौरान मंदिर जीर्णोद्धार समिति के सदस्य भी उनके साथ उपस्थित थे।
मंदिर निर्माण से जुड़े खास बिंदु
मुख्य शिखर का निर्माण छह महीनों में पूर्ण होने की संभावना।
भूमिगत स्थल का भी होगा निर्माण।
पहले चरण में प्रमुख देवताओं की प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है।
क्या होगा मंदिर परिसर में विशेष?
सरयू राय ने जानकारी दी कि यह मंदिर न केवल आध्यात्मिक साधना का केंद्र बनेगा, बल्कि समाज सेवा का भी आधार होगा। मंदिर परिसर में एक वेद अनुशीलन केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां युवा पंडितों को वैदिक ज्ञान और अनुशासन का प्रशिक्षण मिलेगा।
साथ ही, जरूरतमंदों के लिए शिक्षा, भोजन और सेवा कार्य भी यहां से संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर के शिखर से पूरा जमशेदपुर शहर दृष्टिगोचर होता है, और यह भव्य मंदिर भविष्य में शहर की पहचान बनेगा।
मंदिर परिसर में उमड़ा उत्साह और आस्था का सैलाब
शिखर निर्माण कार्य के आरंभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से अशोक गोयल, आशुतोष राय, हरेराम सिंह, नीरज सिंह, सुबोध श्रीवास्तव, सुधीर सिंह, पंडित बिनोद पांडेय, विवेक पांडेय, यू. के. शर्मा, असीम पाठक, साकेत सिंह, दीपक महाराणा, इंद्रजीत सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
क्या यह मंदिर बनेगा शहर का अध्यात्मिक केंद्र?
राय ने भरोसा जताया कि यह मंदिर भक्ति, परंपरा और सेवा का त्रिवेणी संगम बनेगा। लंबे समय से अधूरे पड़े निर्माण कार्य को गति देकर इसे नई पहचान दी जा रही है।
शहरवासियों के लिए यह मंदिर न केवल श्रद्धा का प्रतीक होगा, बल्कि एक ऐसा स्थल भी होगा जहां संस्कार, शिक्षा और सेवा की लौ हमेशा जलती रहेगी।
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