
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी प्रखंड अंतर्गत श्रीमतडीह गांव में अंधविश्वास की आंधी ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया. गांव में डायन होने के संदेह में दो महिलाओं – 48 वर्षीय पंगेला पूर्ति और 45 वर्षीय चोको बोदरा – की बेरहमी से हत्या कर दी गई. दोनों महिलाएं 14 मई से लापता थीं.
ग्रामीणों की काली सोच बनी मौत का कारण
स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि गांव के कुछ लोगों ने दोनों महिलाओं को डायन बताकर अगवा कर लिया. इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई और शवों को गांव से दूर एक गड्ढे में दफना दिया गया. यह जानकारी पुलिस को 19 मई को मिली, जिसके बाद जांच तेज कर दी गई.
कब्र से निकाले गए शव, पांच आरोपी गिरफ्तार
एसपी (ग्रामीण) ऋषभ गर्ग ने बताया कि संदेह के आधार पर कुछ संदिग्धों से सख्ती से पूछताछ की गई. पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों महिलाओं की हत्या की गई थी और शवों को दफनाया गया था. आरोपियों की निशानदेही पर शव बरामद किए गए और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया.
एसडीओ के निर्देश पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व मुसाबनी अंचलाधिकारी हृषिकेश मरांडी की उपस्थिति में शवों को गड्ढे से निकाला गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई.
बेटा बना न्याय की आवाज़
पंगेला पूर्ति के बेटे कानू पूर्ति के बयान पर मुसाबनी थाना में मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 24 घंटे के भीतर इस दोहरे हत्याकांड में शामिल पांच आरोपियों – सांडिर पूर्ति, मांगू हांसदा, डिब्रू हांसदा, सोमा बोदरा और चोरका बोदरा – को गिरफ्तार कर लिया है.
अंधविश्वास की जड़ें अभी भी जीवित
यह भयावह घटना एक बार फिर समाज में गहरे तक फैले अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों की पोल खोलती है. पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने की दिशा में कार्यरत है.
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