
रामगढ़: शनिवार को उपायुक्त चंदन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम 1986 के तहत जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में बाल श्रम के खिलाफ कार्रवाई की गति बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया.
उपायुक्त का निर्देश: शिक्षा से वंचित बच्चों को लाना है मुख्यधारा में
बैठक के दौरान उपायुक्त चंदन कुमार ने कहा कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए हमें सभी क्षेत्रों में प्रयास तेज करने होंगे. उन्होंने बाल श्रम के खिलाफ जिले में एक सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए. इसके तहत होटलों, ढाबों, ईंट भट्टों और कारखानों सहित अन्य स्थानों पर निरीक्षण कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बाल श्रम के खिलाफ किए गए प्रयासों की समीक्षा
बैठक में श्रम अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक चलाए गए अभियानों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 6 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है और 5 नियोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
टीम गठित कर निरीक्षण की प्रक्रिया तेज करने का निर्ण
उपायुक्त ने बाल श्रम के खिलाफ अभियान में और तेजी लाने के लिए एक टीम गठित की है. यह टीम जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित ईंट भट्टों, कारखानों, होटलों और अन्य स्थानों का निरीक्षण करेगी और आवश्यकता पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में सचिव डालसा रामगढ़, जिला शिक्षा अधीक्षक रामगढ़, सीडब्लूसी रामगढ़, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रामगढ़, और सदस्य अग्रगति सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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