नई दिल्ली: भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर सटीक और निर्णायक कार्रवाई की. इस जवाबी ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के कम-से-कम पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया, जिनमें दो JF-17 और एक मिराज विमान शामिल थे. इसके अतिरिक्त, कई सैन्य अड्डों को गंभीर क्षति पहुँची. भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत सफल मानी जा रही है.
झूठ की बुनियाद पर बनी वाहवाही
हालाँकि पाकिस्तान को इस अभियान में बड़ा नुकसान हुआ, लेकिन उसके विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में एक फर्जी दावा प्रस्तुत कर वाहवाही लूटने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के प्रतिष्ठित समाचार पत्र द डेली टेलीग्राफ ने पाकिस्तान एयरफोर्स की प्रशंसा करते हुए लिखा है कि वह “अनडिस्प्यूटेड किंग ऑफ स्काई” है.
उन्होंने संसद में एक कथित अख़बार की तस्वीर भी दिखाई, जो दरअसल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा जनरेट की गई थी.
डॉन ने खोली पोल
इशाक डार के इस दावे की पोल खुद पाकिस्तान के ही प्रमुख समाचार पत्र द डॉन ने खोल दी. डॉन ने अपने फैक्ट चेक में साफ कहा कि जिस फ्रंट पेज की तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान की वायुसेना की शेखी बघारी जा रही थी, वह असल में किसी भी मान्य अख़बार में नहीं छपी थी. यह एक कंप्यूटर जनित छवि थी, जिसका कोई पत्रकारिता-संबंधी आधार नहीं था.
इस खुलासे के बाद पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फिर से फजीहत हुई है. देश की संसद में गढ़ी गई यह कहानी अब एक हास्यास्पद झूठ के रूप में देखी जा रही है.
झूठ की परंपरा में एक और अध्याय
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के किसी नेता ने इस तरह का झूठ फैलाने की कोशिश की हो. इससे पहले भी विभिन्न मंचों पर अतिरंजित और असत्य दावे कर अंतरराष्ट्रीय जगत में खुद को हास्य का पात्र बनाया गया है.
इशाक डार ने संसद में दावा किया, “हमने भारत के 6 फाइटर जेट गिराए. पूरी दुनिया पाकिस्तान एयरफोर्स की तारीफ कर रही है.” लेकिन जब उसी देश के अख़बार ने इन दावों को बेनकाब कर दिया, तो सवाल खड़ा हुआ कि आखिर पाकिस्तान की सरकार किस दिशा में जा रही है—सत्य की ओर या प्रचार की आभासी दुनिया की ओर?
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