
पटना: पटना के चर्चित पारस अस्पताल हत्याकांड में फरार चल रहे शूटर्स को पुलिस ने पश्चिम बंगाल के न्यू टाउन इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. यह कार्रवाई शनिवार तड़के पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल एसटीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की गई. सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए सभी आरोपी शेरू सिंह गिरोह से जुड़े हैं. हालांकि पुलिस की ओर से अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
पुलिस का इकबाल “क्षय”, अधिकारी बने “रंक”
गुंडे बने “विजय” व अपराधी बने “सम्राट”
अस्पताल में घुसकर बेख़ौफ़ अपराधियों में गोली मारी। कल प्रधानमंत्री इसी जंगलराज पर प्रवचन देने बिहार आ रहे है। #Crime #Bihar #india pic.twitter.com/BDProZcPrw
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 17, 2025
सैटेलाइट टाउनशिप के फ्लैट में मिले आरोपी
छापेमारी के दौरान महानगर के सैटेलाइट टाउनशिप स्थित एक अपार्टमेंट से कम से कम पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया. यह वही आरोपी हैं जो अस्पताल परिसर में हुई गोलीबारी में शामिल थे.
सीसीटीवी से मिली अहम सुराग
इस हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों से कुछ अहम तस्वीरें प्राप्त हुई थीं. इन तस्वीरों में अपराधी बाइक पर सवार होकर हथियार लहराते हुए दिखाई दे रहे थे. पुलिस का मानना है कि यह दृश्य वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद का है.
मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह की पहचान
इस मामले में तौसीफ बादशाह को मुख्य अपराधी के रूप में चिह्नित किया गया है. वह पटना के फुलवारी शरीफ का निवासी है और पेशे से एक कॉन्ट्रैक्ट किलर है. तौसीफ पर पहले से आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं. पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि उसने यह हत्या किसी पुरानी रंजिश में की या किसी ने उसे सुपारी दी थी.
शेष आरोपियों की भी हुई पहचान
तौसीफ के साथ-साथ जिन अन्य आरोपियों की पहचान हुई है, वे हैं आकिब मलिक, सोनू, कालू उर्फ मुस्तकीम और भिंडी उर्फ बलवंत सिंह. सभी पर हत्या की साजिश में संलिप्तता का आरोप है. इस संबंध में एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्वयं मीडिया को जानकारी दी थी.
क्या आगे खुलेगा बड़ा गिरोह का राज़?
इस हत्याकांड में गैंगस्टर नेटवर्क, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और गिरोह के आर्थिक स्रोतों की कड़ी अब पुलिस की जांच के दायरे में है. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई राज खुलने की उम्मीद है, जिससे बिहार और बंगाल में सक्रिय अपराध तंत्र की जड़ें उजागर हो सकती हैं.
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