
जमशेदपुर: ग्रेजुएट कॉलेज के हिन्दी विभाग में विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से छात्राओं द्वारा कक्षा संचालन की प्रक्रिया शुरू की गई है. हिन्दी विभाग के अध्यक्ष राकेश पाण्डेय ने बताया कि पढ़ाई के दौरान यह देखा गया कि छात्राएं जब कुछ पूछने के लिए खड़ी होती थीं, तब वे जानते हुए भी अपनी बात स्पष्ट रूप से नहीं कह पाती थीं. उन्हें बोलने में डर लगता था और उनकी आवाज भी लड़खड़ाती थी. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए एक प्रयोग शुरू किया गया.
प्रक्रिया का प्रारंभ
पहले चरण में छात्राओं को किताब के सहारे सामने खड़े होकर पढ़ने के लिए कहा गया. इस प्रक्रिया में उन्हें आशातीत सफलता मिली. इसके बाद, छात्राओं को कहा गया कि जो टॉपिक उन्हें अच्छे से समझ में आया है, वे उसे बाकी छात्राओं को पढ़ाने के लिए सामने आएं. परिणामस्वरूप, छात्राएं आत्मविश्वास के साथ एक-एक टॉपिक को पढ़ाने लगीं.
छात्राओं का अनुभव
छात्राओं ने बताया कि इस प्रक्रिया से उनके अंदर का डर समाप्त हो गया है और अब वे किसी भी स्थिति में बोलने के लिए तैयार हैं. राकेश पाण्डेय ने कहा कि यह प्रयोग विद्यार्थियों को पढ़ाई में मनोबल बढ़ाने, आत्मविश्वास जगाने और पढ़ाए गए पाठ्यक्रम को याद रखने में सहायक है.
साप्ताहिक कक्षा परीक्षण
ज्ञात रहे कि ग्रैजुएट कॉलेज के हिन्दी विभाग में प्रत्येक सप्ताह कक्षा परीक्षण परीक्षा होती है, जिसमें पढ़ाए गए सिलेबस से प्रश्न पूछे जाते हैं. यह प्रक्रिया विद्यार्थियों के अध्ययन के स्तर को बढ़ाने और उन्हें परीक्षा के लिए तैयार करने में मदद करती है.
इस पहल से न केवल छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि उन्होंने पढ़ाई के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित किया है.
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