
पश्चिम सिंहभूम: देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के विरुद्ध केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के समर्थन में किरीबुरु-मेघाहातुबुरु क्षेत्र में मंगलवार को एक विशाल तिरंगा यात्रा निकाली गई। यह यात्रा पूर्व सांसद गीता कोड़ा के नेतृत्व में आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के सैकड़ों नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
जनभावनाओं की अभिव्यक्ति बना तिरंगा यात्रा
किरीबुरु चौक से आरंभ होकर मेघाहातुबुरु बाजार होते हुए यह यात्रा नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से गुजरी। नागरिकों के हाथों में लहराते विशाल तिरंगे और ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’ जैसे राष्ट्रगान के नारों से पूरा वातावरण देशभक्ति में सराबोर हो उठा।
यात्रा के केंद्र में एक विशेष बैनर था, जिस पर “ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद को हराएगा भारत” अंकित था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय सेना और लड़ाकू विमानों की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गईं, जो भारत की आक्रामक सुरक्षा नीति का संदेश देती हैं।
महिलाएं और युवा बने प्रेरणा का स्रोत
यात्रा में बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने इसे एक जनआंदोलन का स्वरूप दे दिया। विशेषकर महिलाओं की प्रभावशाली उपस्थिति ने यह दर्शाया कि देश की सुरक्षा के मुद्दे पर समाज का हर वर्ग एकजुट है।
प्रशासन रहा मुस्तैद
पूरे कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। किरीबुरु थाना प्रभारी रोहित कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल ने पूरी यात्रा को शांतिपूर्ण और अनुशासित रूप से संपन्न कराया। संवेदनशील स्थलों पर विशेष निगरानी रखी गई, जिससे कोई अप्रिय घटना न हो सके।
“ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कदम” : गीता कोड़ा
यात्रा के समापन पर पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर देश की सुरक्षा के लिए एक ऐतिहासिक और निर्णायक पहल है। हमें मिलकर आतंकवाद के विरुद्ध इस लड़ाई में सरकार और सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि केवल सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से देशभक्ति नहीं जताई जाती, “जरूरत है कि हम मैदान में उतरकर राष्ट्र की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाएँ।”
आंदोलन नहीं, संकल्प है यह यात्रा
यह यात्रा न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह संदेश भी कि झारखंड की धरती आतंकवाद के विरुद्ध देश के हर संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार है।
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